छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पिछले दो दिनों से घरघोड़ा-रायगढ़ रोड पर हाथियों का झूंड आ रहा है। हाथी जंगल से निकलकर रोड पर काफी देर तक चहलकदमी करते हैं। इसके कुछ देर बाद वापस जंगल की ओर चले जा रहे हैं। इसमें नर-मादा के साथ शावक भी हैं।
12 नवंबर की शाम हर दिन की तरह इस रोड पर लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। ट्रक-डंपर के साथ बाइक सवार भी इस रोड से गुजर रहे थे, लेकिन तकरीबन साढ़े चार बजे 25 हाथियों का झुंड सामारूमा के जंगल से निकलकर रोड पर आ गया। जिसके बाद दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई।
काफी देर तक बीच रोड में खड़े रहे हाथी
हाथियों के दल की जानकारी वन अमले को लगी, तो मौके पर वनकर्मी और काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण वहां पहुंच गए। इसके बाद दोनों ओर से वाहनों को रोक दिया गया।
हाथी का झुंड काफी देर तक घरघोड़ा-रायगढ़ मेन रोड पर खड़ा रहा। कुछ हाथी सड़क नीचे तो कुछ ऊपर थे। इस दौरान लोगों न उनका वीडियो भी बनाया।
इसके बाद वे वापस जंगल की ओर चले गए। बताया जा रहा है कि 11 नवंबर की शाम को भी यही हाथी का दल सड़क पर काफी देर तक खड़ा रहा।
दल में शावक भी मौजूद
रायगढ़ वन मंडल में हाथियों की संख्या पहले से बढ़कर 39 हो चुकी है। इसमें 12 नवंबर तक के रिकार्ड के अनुसार रायगढ़ रेंज के बंगुरसिया में 2, घरघोड़ा के चारमार और कमतरा बीट में 1-1, तमनार रेंज के सामारूमा में 25 और खरसिया के कापरमार में 10 हाथियों का झुंड है। 25 हाथी के दल में 6 नर, 14 मादा और 5 शावक शामिल हैं।
लगातार कर रहे निगरानी
इस संबंध में तमनार रेंजर विजेंद्र कुमार ने बताया कि शाम के समय 25 हाथियों का दल सड़क पर आया था। जिसकी निगरानी वन अमला द्वारा की जा रही थी।
दोनों ओर से वाहनों को रोक दिया गया था। ताकि हाथी रोड पार कर ले। उन्होंने बताया कि तमनार रेंज का बार्डर एरिया है और उसी जगह से वे रोड क्राॅस करते हैं।