छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होनी थी, लेकिन कई उपार्जन केंद्रों पर यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होनी थी, लेकिन कई उपार्जन केंद्रों पर यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। शंकरदाह के उपार्जन केंद्र में किसान सुबह 7 बजे से अपने धान को लेकर पहुंचे हुए हैं। लेकिन वहां कोई जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं है। किसान अपने निजी भाड़े पर धान लेकर उपार्जन केंद्रों तक पहुंचे हैं। खरीदी शुरू न होने और धान उतारने की अनुमति न मिलने से वे असमंजस में हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान की चिंता सता रही है। कोई अधिकारी या कर्मचारी उपस्थित नहीं

 

धमतरी जिले के कई धान खरीदी केंद्रों पर 15 नवंबर को सुबह से ही किसान अपनी धान लेकर पहुंच गए थे। किसानों के पास 15 नवंबर के टोकन भी थे, लेकिन सुबह 10 बजे तक भी खरीदी शुरू करने के लिए कोई अधिकारी या कर्मचारी उपस्थित नहीं हुआ।

 

सात-आठ ट्रैक्टर धान से भरे खड़े रहे

 

किसानों ने बताया कि उपार्जन केंद्र पर करीब सात-आठ ट्रैक्टर धान से भरे खड़े हैं। उन्हें धान उतारने से मना किया जा रहा है, और कुछ जिम्मेदार लोग अपने जोखिम पर धान खाली करने की बात कह रहे हैं। किसानों को खरीदी को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है।

 

किसानों का कहना है कि यदि धान की खरीदी या उसे उतारने की प्रक्रिया तुरंत शुरू नहीं होती है, तो उन्हें गाड़ी का भाड़ा देना पड़ेगा, जिससे उन्हें घाटा होगा। उन्होंने बताया कि पहले इस समय तक धान खरीदी शुरू हो चुकी होती थी।

 

आज से ही धान खरीदी करने की मांग

 

किसानों का कहना है कि धान खरीदी पूर्णता करनी होगी तभी पूजा अर्चना की जाए अन्यथा फॉर्मेलिटी ना की जाए। किसानों का मांग है कि जितने भी धान खरीदी करने के लिए टोकन कटा हुआ है उन सभी का धान 15 नवंबर को ही खरीदी करनी होगी। नहीं तो पूजा अर्चना नही करनी चाहिए धरने पर बैठे कांग्रेसी

 

इधर मौके पर पहुंचे युवा कांग्रेस के द्वारा शंकरदाह उपार्जन केंद्र में धरने पर बैठे हुए हैं। और किसानों के हित को लेकर धान खरीदी करने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल अब तक उपार्जन केंद्र में धान खरीदी की शुरुआत नहीं हुई है।