
मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है। पीड़ित युवक बृजेश कुमार चंद्रवंशी (31) राजमिस्त्री का काम करते हैं। वह बेमेतरा जिले के राका गांव के रहने वाले है। मजदूर की तलाश में गौरेला पहुंचे थे। जहां उनसे ठगी हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मजदूरों की व्यवस्था के लिए आए थे गौरेला
बृजेश कुमार को उनके ठेकेदार नीरज कुमार ने उन्हें मजदूर लाने के लिए कहा था। इसी सिलसिले में बृजेश 12 नवंबर को गौरेला पहुंचे और अग्रवाल लॉज में ठहरे। मजदूरों की व्यवस्था के लिए उनकी बातचीत कटघोरा निवासी राजू नामक व्यक्ति से चल रही थी।
13 नवंबर की सुबह राजू अपने दो-तीन अज्ञात साथियों के साथ गौरेला रेलवे स्टेशन के पास बृजेश से मिला। उसने मजदूर दिलाने का भरोसा दिलाकर उन्हें जिला अस्पताल के पास ले गया। वहां राजू ने 40 हजार रुपए एडवांस और 15 हजार रुपए गाड़ी किराए के तौर पर मांगे। बृजेश ने बताए गए फोन-पे नंबर पर कुल 55 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।
पैसे लेने के बाद राजू और उसके साथी यह कहकर चले गए कि वे मजदूर लेकर आते हैं, लेकिन वे वापस नहीं लौटे। बाद में उनके सभी मोबाइल नंबर स्विच ऑफ पाए गए।
दो अज्ञात साथियों ने मिलकर धोखाधड़ी की
पीड़ित बृजेश कुमार के अनुसार, राजू, अजय और उनके दो अज्ञात साथियों ने मिलकर उनसे 55 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। उन्होंने इस घटना की जानकारी अपने ठेकेदार और साथी को भी दी। गौरेला पुलिस ने बृजेश की लिखित शिकायत के आधार पर चार अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।