दुर्ग जिले में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस हर कदम उठा रही है, जिससे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके

Chhattisgarh Crimesदुर्ग जिले में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस हर कदम उठा रही है, जिससे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। 16-17 नवंबर की रात पुलिस ने इसी कड़ी में वारंटियों के खिलाफ अभियान चलाया और जिले भर में 78 वारंटियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।

अलग-अलग थाना क्षेत्रों की पुलिस ने कार्रवाई की है। जिले में लगातार बढ़ रहे अपराध के मामले के बाद पुलिस रात्रि गश्त में निकली। इस दौरान कई अपराधी पकड़े गए। दुर्ग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।

पुलिस फरार आरोपियों की कर रही खोजबीन

पुलिस की रातभर चली कॉम्बिंग गश्त में बड़ी सफलता मिली है। जिले में दर्ज प्रकरणों में न्यायालयों द्वारा जारी स्थायी और गिरफ्तारी वारंटों पर लंबे समय से फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए 16-17 नवंबर की दरम्यानी रात जिलेभर में विशेष अभियान चलाया गया।

इस अभियान में पुलिस ने 35 स्थायी वारंटियों और 43 गिरफ्तारी वारंटियों सहित कुल 78 फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।

कॉम्बिंग गश्त में सुपेला थाने में पकड़ाए ज्यादा आरोपी

कॉम्बिंग गश्त के दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों की टीमों ने वारंटियों की तलाश में कई क्षेत्रों में दबिश दी। इस दौरान थाना सुपेला पुलिस ने सबसे अधिक सफलता हासिल की और कुल 21 वारंटियों को गिरफ्तार किया।

इसके अलावा भिलाई नगर से 2, भिलाई भट्टी से 2, जबकि दुर्ग, अंजोरा, नगपुरा, स्मृतिनगर, वैशाली नगर, छावनी, खुर्सीपार, पुरानी भिलाई, पाटन और अंडा थाना क्षेत्रों से एक-एक स्थायी वारंटी को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी वारंट वाले अपराधी भी भेजे गए जेल

गिरफ्तारी वारंटियों के मामलों में भी पुलिस को व्यापक सफलता मिली। छावनी में 7, जामुल 5, रानीतराई 4, भिलाई नगर 3, नेवई 3, वैशाली नगर 3, पद्मनाभपुर 2, सुपेला 2, खुर्सीपार 2, उत्तई 2 और धमधा थाना क्षेत्र से 2-2 वारंटियों को पुलिस ने पकड़ा।

इसके अलावा दुर्ग, पुलगांव, भिलाई भट्टी, पुरानी भिलाई, अमलेश्वर, जामगांव (आर), लिटिया और नंदिनी नगर थाना क्षेत्रों से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ

दुर्ग जिले में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसमें चाकूबाजी, गैंगरेप, हत्या के साथ चोरी और लूट जैसी घटनाएं भी हो रही है। पुलिस अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए लगातार अभियान चला रही है, बावजूद इसके अपराधों पर अंकुश नहीं लग सका है।

पुलिस अब निगरानीशुदा बदमाशों, वारंटियों और हथियार रखने वाले बदमाशों पर नजर बनाए रखी है, ताकि किसी भी तरह की घटनाओं को रोका जा सके।