छत्तीसगढ़ के एकमात्र मानसिक चिकित्सालय सेंदरी में व्यवस्थाओं को लेकर हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के एकमात्र मानसिक चिकित्सालय सेंदरी में व्यवस्थाओं को लेकर हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट की फटकार के बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल ने गुरुवार को अस्पताल का निरीक्षण किया। दरअसल, अस्पताल में स्वच्छता की खराब स्थिति और डॉक्टरों की अनियमितताओं को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी।

याचिका में बताया गया कि डॉक्टर देर से आते हैं और बायोमेट्रिक उपस्थिति भी दर्ज नहीं कराते। कोर्ट कमिश्नर ऋषि राहुल सोनी ने 4 से 6 जून के निरीक्षण में पाई गई अव्यवस्थाओं की रिपोर्ट पेश की। जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बैंच में बुधवार को हुई सुनवाई में स्वास्थ्य सचिव का शपथ पत्र पेश नहीं हुआ। अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी।

अगली सुनवाई स्वास्थ्य सचिव पेश करेंगे जवाब

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट लीगल सर्विस कमेटी और विशाल कोहली ने मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम के तहत निर्धारित सुविधाओं के अभाव को लेकर यह याचिका दायर की थी। 30 जून की सुनवाई में चीफ जस्टिस ने अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार न होने पर नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव को अगली सुनवाई में जवाब पेश करने का आदेश दिया है।

सफाई व्यवस्था खराब पाई गई

अव्यवस्थाओं की रिपोर्ट के मुताबिक, शासकीय सेटअप के हिसाब से डॉक्टर कम हैं। हालांकि, महाधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि इसको लेकर शासन गंभीर है और नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किए गए हैं। कोर्ट कमिश्नर ने डॉक्टरों और कर्मचारियों से रिलेटेड जानकारी सहित 18 जून के लेटर की कॉपी अनुलग्नक-A/2 के रूप में रिपोर्ट के साथ अटैच की।

इसके अलावा, रिपोर्ट के साथ अटैच तस्वीरों से भी पता चलता है कि अस्पताल की स्वच्छता की स्थिति बहुत खराब है।

कलेक्टर ने अस्पताल का जायजा लिया

कोर्ट के आदेश के बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत संदीप अग्रवाल और सहायक कलेक्टर अरविंथ कुमारन डीने आज मानसिक चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती रोगियों से चर्चा कर अस्पताल और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। अस्पताल की ओपीडी में पूरे प्रदेश भर से प्रतिदिन 100 से ज्यादा मरीज इलाज और परामर्श के लिए आते हैं।

मरीजों को बेहतर इलाज, सुविधाएं देने के निर्देश

कलेक्टर ने चिकित्सालय के महिला वार्ड, पुरुष वार्ड और पुनर्वास वार्ड का अवलोकन कर मानसिक रोगियों के बारे में जानकारी लेते हुए उनके लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने चिकित्सकों से मरीजों को बेहतर इलाज के साथ सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

स्टाफ को समय पर अस्पताल पहुंचने के दिए निर्देश

कलेक्टर ने सभी स्टाफ को समय पर अस्पताल आने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों और अस्पतालों में नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने कहा। स्टाफ ने अस्पताल परिसर में एक कैंटीन की आवश्यकता बताई, जिस पर पीडब्ल्यूडी को एस्टीमेट बनाने बनाने और अस्पताल में आवश्यकतानुसार मरम्मत कार्य करवाने कहा।