कांकेर में सरेंडर किए 13 नक्सलियों पर 62 लाख और नारायणपुर में सरेंडर किए 8 नक्सलियों पर 33 लाख रुपए का इनाम घोषित है। वहीं दंतेवाड़ा में 16 नक्सलियों में से 5 पर 17 लाख रुपए का इनाम है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से मिलिट्री कंपनी नंबर 1 का कमांडर से लेकर DVCM, PPCM, ACM रैंक के नक्सली हैं।
कांकेर में 13 नक्सलियों ने छोड़ी हिंसा
कांकेर जिले में 13 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। इनमें उत्तर बस्तर डिवीजन के रावघाट, परतापुर और माड़ डिवीजन में सक्रिय नक्सली शामिल हैं। इनमें 1 नक्सली पर 10 लाख रुपए, 4 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए, 3 पर 5-5 लाख रुपए और 5 पर 1-1 लाख रुपए का इनाम घोषित है।
10 लाख रुपए का इनामी हार्डकोर नक्सली मिलिट्री कंपनी नंबर 1 का कमांडर मंगलू उर्फ रूपेश शामिल है।
बीजापुर में बड़े कैडर्स का सरेंडर
बीजापुर जिले में 25 लाख रुपए के इनामी नक्सली रमन्ना इरपा ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है। पहली बार स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर (SZCM) कैडर के नक्सली ने सरेंडर किया है। इसके अलावा 8-8 लाख रुपए के 5 नक्सली, 5-5 लाख रुपए के 8 नक्सली, 2 लाख रुपए के 1 और 1-1 लाख रुपए के 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें DVCM, PPCM, ACM कैडर के नक्सली शामिल हैं।
नारायणपुर में 8 नक्सलियों ने डाले हथियार
नारायणपुर जिले में भी कुल 8 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं। इनमें 8 लाख रुपए के 3 नक्सली, 5 लाख रुपए का 1 और 1-1 लाख रुपए के 4 नक्सली शामिल हैं। नक्सलियों के टीडी टीम इंचार्ज वट्टी गंगा उर्फ मुकेश ने भी सरेंडर किया है। ये DVCM कैडर का नक्सली है। इनमें 4 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी नक्सली पिछले कई सालों से माओवाद संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे।
दंतेवाड़ा में 16 नक्सलियों का सरेंडर
दंतेवाड़ा जिले में भी एक साथ कुल 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें बुधराम पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। 5 लाख और 2 लाख रुपए के 1-1 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं। 1 लाख रुपए के 2 नक्सलियों ने भी सरेंडर किया है। सभी नक्सली सालों से माओवाद संगठन में थे
पुलिस का नया अभियान पुनर्वास से पुनर्जीवन
बता दें कि, बस्तर संभाग में पुलिस नक्सलियों के खिलाफ पूना मारगेम यानी पुनर्वास से पुनर्जीवन अभियान चला रही है। पिछले 2-3 दिन पहले ही इस नए अभियान की शुरुआत हुई है। जिसका फायदा मिला और बस्तर संभाग में एक साथ एक ही दिन में 2 करोड़ 27 लाख रुपए के इनामी नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया।
बस्तर IG सुंदरराज पी ने कहा कि, ये नक्सल संगठन पर बड़ी चोट है। बड़े कैडर्स के नक्सलियों का सरेंडर हुआ है। IG ने कहा कि नक्सलियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़ दें, मुख्य धारा में लौट आएं। योजनाओं का फायदा भी मिलेगा।