पड़ोसियों ने देखा को सभी को मलबे से बाहर निकाला। लेकिन बच्ची की जान चली गई। वहीं दंपती और उनके दो अन्य बच्चे घायल हैं। जिस मकान में हादसा हुआ, उसे जर्जर मानकर तोड़ने का आदेश नगर पालिका ने जारी किया था, आज उस मकान को तोड़ा जाना था। इससे पहले ही हादसा हो गया।
अगल-बगल दोनों घर की दीवार ढही
जानकारी के मुताबिक, रामानुजगंज नगर में पिंटू भुईयां का कच्चा मकान है। 26 जुलाई की सुबह करीब 5 बजे मकान की दीवार गिर गई। इस दीवार के गिरने पर मलबा पड़ोसी प्रमोद रवि के घर गिरा तो उनके मकान की भी दीवार गिर गई।
मलबे में प्रमोद रवि (40 वर्ष) उसकी पत्नी सुनीता देवी (34 वर्ष) बच्चे राधा (10 वर्ष), खुशबू (8वर्ष), काजल (9 वर्ष) दब गए थे। जिसे आसपास के लोगों ने मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला और तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां 8 वर्षीय बच्ची खुशबू की मौत हो गई, वह कक्षा चौथी की छात्रा थी।
अन्य सभी घायलों का उपचार जारी है। हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. शरद चंद ने बताया कि अन्य घायलों की हालत खतरे से बाहर है। नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने डॉक्टरों से बात की और घायलों को हर मदद का आश्वासन दिया।
तोड़ने के पहले हो गया हादसा, तत्परता से बची 4 जानें
पिंटू भुईयां के कच्चे मकान को नगर पालिका ने जर्जर चिह्नित किया था और आज उसे तोड़ा जाना था। मकान को तोड़ने के पहले ही यह हादसा हो गया। कच्ची दीवार का वजन प्रमोद रवि के घर की दीवार नहीं संभाल सकी और दीवार घर में सो रहे दंपती के ऊपर गिर गई।