धमतरी जिले में स्थित गंगरेल बांध में पिछले 24 घंटों से हो रही बारिश के कारण 18 हजार क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई

Chhattisgarh Crimesधमतरी जिले में स्थित गंगरेल बांध में पिछले 24 घंटों से हो रही बारिश के कारण 18 हजार क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई है। यह इस मौसम की पहली बारिश में सबसे अधिक मात्रा है।

रविशंकर जलाशय परियोजना के नाम से प्रसिद्ध गंगरेल बांध प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। शहर से 10 किलोमीटर दूर स्थित इस बांध के निर्माण में 52 गांव जलमग्न हुए थे।

32 टीएमसी क्षमता वाले इस बांध में वर्तमान में 16 टीएमसी जल भंडारण हो चुका है। जून माह में बांध में 13 टीएमसी पानी था। वर्तमान बारिश से 3 टीएमसी की वृद्धि हुई है। बांध से 400 क्यूसेक पानी नहरों के माध्यम से छोड़ा जा रहा है।

स्थिति का जायजा ले रहे अधिकारी

बारिश के मौसम में यह स्थल पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण बन जाता है। कैचमेंट एरिया में निरंतर हो रही बारिश के कारण जल संसाधन विभाग अलर्ट मोड पर है। विभागीय अभियंता मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

जल्द ही क्षमता के अनुरूप भरेगा पानी

गंगरेल बांध में पानी की आवक बढ़ते ही सैलानी भी अब इस खूबसूरती को देखने के लिए पहुंच रहे है। विभाग के अफसरों का कहना है कि यदि बारिश ऐसी होती रही तो बांध आने वाले दिनों में अपनी क्षमता का अनुरूप पानी का जलभराव हो जाएगा।

गंगरेल बांध धमतरी के अलावा अन्य जिलों रायपुर, बालोद, दुर्ग भिलाई, बलौदाबाजार लोगो की प्यास बुझाते है। वही बारिश से एक बार फिर बांध का जलस्तर बढ़ने लगा है।और उसकी खूबसूरती को देखने दूर दराज से सैलानी पहुंच रहे है।