वहीं रायपुर में एक अभ्यर्थी डार्क कलर का कपड़ा पहन कर आई थी, जिसके बाद उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। तब उसने बाजार से एक नई टी-शर्ट खरीदी। वापस सेंटर आते तक 10:32 मिनट हो गए, जिससे गेट बंद कर दिया गया। 2 मिनट की देरी होने पर एंट्री नहीं दी गई।
वहीं खैरागढ़ एग्जाम नहीं दे पाए अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने कलेक्टर निवास घेरा। इस दौरान पुलिस से उनकी तीखी बहस और धक्का-मुक्की भी हुई। अभ्यर्थियों ने कहा कि समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचे थे, लेकिन ड्रेस कोड का हवाला देकर एग्जाम नहीं देने दिया। मनेंद्रगढ़ में अभ्यर्थियों ने एडमिट कार्ड फाड़ दिए।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, बिलासपुर में PWD सब-इंजीनियर एग्जाम में हाईटेक नकल का मामला सामने आने के बाद व्यापमं ने कुछ नियम बदले हैं। इसी वजह से एग्जाम सेंटर में एंट्री से पहले कड़ी जांच की गई, जिससे कई अभ्यर्थी एग्जाम नहीं दे पाए। नए नियमों के तहत, लड़कों को भी बेल्ट और जूते उतारने पड़े।
रायपुर में 90 परीक्षा सेंटर बनाए गए थे। एक कैंडिडेट ने बताया कि डार्क कलर का कपड़ा पहनकर आई थी, जिसके बाद उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। उसने बाजार से एक नई टी-शर्ट खरीदी। वापस सेंटर आते तक 10:32 मिनट हो गए, लेकिन गेट बंद कर दिया गया। उसे अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।
कुछ कैंडिडेट काले रंग के दुपट्टे और काले रंग के कपड़े पहनकर आए थे, जिसके बाद उनसे दुपट्टे उतरवाए गए और काले रंग का कपड़ा भी बदलवाया गया। देर से आने वाले अभ्यर्थियों को एंट्री नहीं मिली। वे बाहर ही खड़े मिन्नतें करते रहे। परीक्षा का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक था।