घरों में घुसा पानी,मेयर बोलीं-भगवान मेरी नहीं सुन रहे

Chhattisgarh Crimesयह कहना है छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से BJP महापौर मंजूषा भगत का। शहर के वार्डों में बारिश के कारण जलभराव के बाद रविवार को निरीक्षण करने पहुंची थी, तब उन्होंने यह बयान दिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इस पर कांग्रेस का कहना है कि, मेयर अपनी असफलता पर बहानेबाजी कर रही हैं। यह बेतुका बयान है। लोगों को जलभराव से निजात नहीं दिला पा रही हैं। मेयर और निगम की नाकामी की वजह से रहवासी और कॉलोनी के लोग परेशान हैं।

बारिश से निचले इलाके में जल भराव

दरअसल, अंबिकापुर में लगातार बारिश के कारण शहर के वार्डों और निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति है। बारिश का पानी घरों में घुस रहा है। सड़काें पर पानी जमा हो रहा है। रविवार को बारिश के बाद अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल के सरकारी आवास में भी पानी भर गया।

सरकारी आवास से पानी निकालने के लिए मोटर और टैंकर लगाना पड़ा। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव के कारण परेशान होना पड़ रहा है। यह देखने के लिए रविवार को महापौर मंजूषा भगत अपने पार्षदों के साथ वार्डों में पहुंची थीं।

महापौर बोलीं- भगवान से सेटिंग नहीं हो रही

अंबिकापुर महापौर मंजूषा भगत ने वार्ड क्रमांक 22 और 23 का निरीक्षण किया, जहां बारिश के बाद पानी भर जाता है। सड़कों के अलावा घरों में भी पानी घुस जाता है। हालांकि जब महापौर निरीक्षण करने पहुंची, तब स्थिति सामान्य थी।

इस दौरान महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि पुल में इंजीनियर ने ध्यान नहीं रखा, इसलिए यह खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। वे पुल निर्माण की जांच कराएंगी। घटिया काम करने वाले ठेकेदार और अफसरों पर कार्रवाई होगी।

असफलता पर बहानेबाजी कर रही महापौर- कांग्रेस

वहीं इस पर कांग्रेस के जिला प्रवक्ता आशीष वर्मा ने कहा कि, निगम ने बारिश से पहले तैयारी नहीं की थी। मेयर अपनी अक्षमता पर बहानेबाजी कर रही हैं। नगर निगम नाली निर्माण और सड़क मरम्मत के टेंडर इसलिए रद्द कर रहा है, क्योंकि भाजपा वालों को टेंडर नहीं मिल पाया। उन्हें शहरवासियों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।

सड़क और नाली का टेंडर निरस्त करने पर विवाद

बता दें कि, अंबिकापुर में 23 जुलाई को सड़क मरम्मत, नाली निर्माण और सीसी सड़कों का टेंडर निरस्त कर दिया गया है। इसे लेकर कांग्रेस सत्तासीन भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस का आरोप है कि, निचली बस्तियों के साथ सड़कों पर पानी भर जा रहा है, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए टेंडर को निरस्त किया गया है।