छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अध्यक्ष और भाजपा नेता भूपेश सवन्नी पर वेंडर्स ने काम के बदले 3% कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। क्रेडा में काम करने वाले वेंडर्स ने पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह से की है।
शिकायतकर्ता सुरेश कुमार समेत क्रेडा इकाई के वेंडर्स के मुताबिक भूपेंद्र सवन्नी अपने निज सहायक वैभव दुबे के माध्यम से कमीशन की मांग कर रहे हैं। वेंडर्स ने ब्लैक लिस्टेड करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
शिकायत कॉपी वायरल होने के बाद प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘क्या कमीशन के इस हिस्से में विष्णुदेव साय जी का भी हिस्सा है या फिर भाजपा को भी कुछ मिलता है? खुले आम खाउंगा, मांग-मांग कर खाउंगा’
वहीं कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की बात करने वाली सरकार आखिर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। क्या मुख्यमंत्री जी का भी हिस्सा इसमें फिक्स है? साथ ही कांग्रेस ने कहा कि चंदा दो धंधा लो भाजपा की नीति है।
जो काम पूरा हो चुका, उसका मांग रहे पैसा
वेंडर्स के अनुसार जब से क्रेडा अध्यक्ष का पदभार भूपेंद्र सवन्नी ने संभाला है। उसके बाद से वैभव दुबे उन पर दबाव बना रहा है। वेंडर्स से जो काम पूरा हो चुका है, उसका 3 प्रतिशत मांगा जा रहा है। साथ ही जो वेंडर्स विरोध कर रहे हैं, उनके काम की जांच कराने, उन्हें नोटिस देने और ब्लैक लिस्टेड करने की धमकी दी जा रही है
PM मोदी और गृहमंत्री शाह से भी शिकायत
वेंडर्स ने क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी और उनके निज सहायक वैभव दुबे की शिकायत पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव और संगठन मंत्री पवन साय से की है। वेंडर्स ने इस मामले में गोपनीय जांच कराने और बीजेपी नेता भूपेंद्र सवन्नी पर कार्रवाई की मांग की है।
जून में वेंडर्स ने की थी शिकायत
क्रेडा अध्यक्ष और उनके निजी सहायक के खिलाफ वेंडर्स ने 20 जून को शिकायत की थी। 1 जुलाई को इसे रिमार्क किया गया है। 8 जुलाई को इस मामले में मुख्यमंत्री सचिवालय ने जांच के निर्देश दिए हैं। जांच के साथ ही पूरी रिपोर्ट जनदर्शन की वेबसाइट में अपलोड करने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री सचिवालय से जांच के आदेश आते ही शिकायत की कॉपी 29 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद कांग्रेस ने सरकार को घेरा है। वहीं क्रेडा अध्यक्ष पर लगे आरोपों पर बीजेपी की ओर से अब तक कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया है।