सूरजपुर जिले के भैयाथान पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय में प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर विवाद जारी है। नए प्राचार्य सीबी मिश्रा की नियुक्ति के विरोध में छात्रों का आंदोलन तीसरे दिन भी चल रहा है। छात्रों ने महाविद्यालय परिसर में धरना देकर अपनी मांगें रखी हैं। वही, मंगलवार को कांग्रेस ने भारी वाहनों से हो रही दुर्घटनाओं के विरोध में धरना प्रदर्शन और सड़क जाम किया। साथ ही अनुविभागीय अधिकारी को पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय के छात्र पूर्व प्राचार्य रंजीत कुमार सातपुते को यथावत रखने या किसी अन्य सक्षम प्राचार्य की नियुक्ति चाहते हैं। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे चक्का जाम जैसे उग्र कदम उठाएंगे। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका आंदोलन जारी रहेगा। छात्रों का आरोप है कि सीबी मिश्रा के पूर्व कार्यकाल (तीन वर्ष पहले) में महाविद्यालय का शैक्षणिक स्तर बुरी तरह प्रभावित हुआ था। उस दौरान 71 में से 70 छात्र परीक्षा में असफल रहे थे, जिससे महाविद्यालय की साख को गहरा धक्का लगा।
सीबी मिश्रा की नियुक्ति से महाविद्यालय का स्तर गिर सकता है
स्थानीय लोगों का भी कहना है कि इस नाकामी ने न केवल छात्रों के भविष्य को प्रभावित किया, बल्कि क्षेत्र में महाविद्यालय की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंचाई। छात्रों का तर्क है कि रंजीत कुमार सातपुते के कार्यकाल में शैक्षणिक माहौल में सुधार हुआ, और उनकी जगह दोबारा सीबी मिश्रा की नियुक्ति से महाविद्यालय का स्तर फिर से गिर सकता है। शिक्षा और गरिमा बचाने की लड़ाई धरने पर बैठे छात्रों ने इसे अपने शैक्षणिक भविष्य और महाविद्यालय की गरिमा को बचाने की लड़ाई करार दिया है।
सीबी मिश्रा को प्राचार्य के रूप में नहीं करेंगे स्वीकार
एक छात्र नेता ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर सीबी मिश्रा को प्राचार्य के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं। छात्रों ने साफ किया कि वे सातपुते के अलावा किसी अन्य सक्षम प्राचार्य की नियुक्ति पर भी सहमत हैं, बशर्ते वह महाविद्यालय के हित में हो। सांसद प्रतिनिधि को सौंपा ज्ञापन छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर सांसद प्रतिनिधि अमन प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा। अमन सिंह ने आश्वासन दिया कि वे सांसद से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और छात्रों के हित में समाधान निकालने का प्रयास करेंगे।
प्रॉपर शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी
दूसरी ओर सहायक संचालक उच्च शिक्षा विभाग गोवर्धन यदु ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली है और कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रॉपर चैनल शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन के लिए चुनौती, क्षेत्र में बढ़ता तनाव यह आंदोलन न केवल महाविद्यालय प्रशासन, बल्कि उच्च शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।
भारी वाहनों के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि शहर में प्रकाश इंडस्ट्री के भारी और मालवाहक वाहन जैसे हाईवा और ट्रक महगंवा चौक वार्ड नंबर-2 से गुजरते हैं। इन वाहनों के तेज चलने से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। इससे जन हानि के साथ-साथ शहर की सड़कों की स्थिति भी खराब हो रही है।इस मुद्दे पर पहले भी कई बार आवेदन पत्र दिए जा चुके हैं। लेकिन अब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं होने के कारण शहर कांग्रेस कमेटी और अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में महगंवा रिंग रोड पर धरना प्रदर्शन किया गया।
कांग्रेस की पांच सूत्रीय मांगें इस प्रकार हैं
- भारी वाहनों का प्रवेश रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही कराया जाए।
- भारी वाहनों के चलने से हुई जर्जर सड़कों का मरम्मत कार्य किया जाए।
- यातायात नियमों का पालन करते हुए गति निर्धारण के लिए उचित प्रबंध किया जाए।
- चौक और स्कूलों के पास गति नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर का निर्माण कराया जाए।
- सड़क दुर्घटना होने पर घायलों के लिए समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। मृतकों के परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी प्रदान की जाए।