छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। सुसाइड से पहले उसने वीडियो भी बनाया है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए पत्नी और ससुराल वालों के साथ ही कई लोगों को जिम्मेदार ठहराया है।

उसकी महज 6 महीने पहले ही शादी हुई थी। युवक ने वीडियो में कहा कि मायकेवालों के बहकावे में आकर उसकी पत्नी घर छोड़कर चली गई। ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित किया, जिससे परेशान होकर वह आत्महत्या कर रहा है। घटना GRP थाना क्षेत्र के दाधापारा स्टेशन के पास की है।

मौत से पहले बनाया 29 मिनट का वीडियो, यू-ट्यूब पर किया अपलोड

सुसाइड से पहले युवक ने 29 मिनट का वीडियो बनाया है, जिसमें आनंद देवांगन कह रहा है कि, मेरी पत्नी मुझे छोड़कर चली गई। हमारी शादी 27 नवंबर 2024 से 25 मार्च 2025 तक चली, 4 महीना भी कम्पलीट नहीं हुआ था। सिर्फ मम्मी और दीदी के बहकावे में आकर घर छोड़कर चली गई। इस विषय पर मैंने ससुराल वालों से कई बार बात की लेकिन वे बैठकर बात करने को ही राजी नहीं थे।

आनंद के मुताबिक, इसके बाद उसने बहुत से वकीलों से सलाह लिया था और सभी ने कहा लड़की पक्ष स्ट्रॉन्ग है, क्योंकि आजकल का संविधान है, कानून है, सभी उनका ही पक्ष सुनते हैं।

कॉल रिकॉर्डिंग सहित कॉपी में लिखी प्रताड़ना की कहानी

युवक ने आगे कहा कि आप चाहे जितना भी स्ट्रॉन्ग रहे लेकिन, कानून उनका ही सुनता है। मेरे पास सबूत भी है, कॉल रिकॉर्डिंग है। वीडियो में युवक कह रहा है कि प्रताड़ना की कहानी इतनी लंबी है, जिसे कॉफी में पूरा नहीं लिख सका हूं, फिर भी वकील सहित कई लोगों ने बोला कि कोई गारंटी नहीं तुम्हारी घरवाली वापस आएगी।

ससुराल वाले दिन में उसे 25-30 बार कॉल करते थे। उन्होंने केवल उसके दिमाग में कचरा भरा है। आप भी सोचेंगे कि ऐसे में तो कोई भी बेटी अपने ससुराल में नहीं रह पाएगी। अपने पति-सास, ससुर के साथ। घर में मैं हूं, मेरे मम्मी और पापा हैं। उन्होंने कभी किसी बात के लिए मना नहीं किया। कभी रोक-टोक नहीं किया।

आनंद के मुताबिक, चार महीने में वो केवल दो माह घर में रही होगी। साड़ी से शूट पहनने लगी थी, मैंने हर चीज हर जरूरत का सामान मांगने से पहले दिया, जहां बोलती वहां ले गया। फिर अपनी मम्मी, दोनों बहन और जीजा के बहकावे में आकर मुझे छोड़ दी। मेरा भी तो दुख को सुनो, तकलीफ सुनो, कोई नहीं है सुनने वाला।