
यह इनाम उस व्यक्ति को दिया जाएगा जो उसे पकड़वाने या उसके छुपे ठिकाने की पुख्ता जानकारी दे। उनकी पहचान भी गोपनीय रखी जाएगी। इससे पहले उसके भाई और अपराधी प्रवृत्ति के वीरेंद्र तोमर पर भी पुलिस इनाम घोषित कर चुकी है। हालांकि वह पुलिस की गिरफ्त में है।
रोहित तोमर को हाईकोर्ट से झटका
रोहित तोमर को कानूनी मोर्चे पर भी बड़ा झटका लगा है। बिलासपुर हाईकोर्ट ने 2013 के गोलीकांड मामले में उसकी ओर से दायर रिव्यू पिटीशन को खारिज कर दी है। इसके बाद इस केस की निचली अदालत में अंतिम सुनवाई का रास्ता साफ हो गया है।
पुलिस का मानना है कि कानूनी असफलता और फरारी की वजह से रोहित अब कड़े कदमों की जद में आएगा।
भाई पकड़ा गया, रोहित का सुराग नहीं
9 नवंबर को पुलिस ने रोहित के साथ फरार चल रहे भाई वीरेंद्र तोमर को ग्वालियर से गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेजा था। लेकिन पूछताछ में भी उसने रोहित के ठिकाने के बारे में कुछ नहीं बताया। पुलिस जांच में सामने आया कि रोहित लगातार ठिकाने बदल रहा है और कुछ स्थानीय सहयोगी उसकी मदद कर रहे हैं।
16 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज
तोमर बंधुओं के खिलाफ 5 महीनों में 8 नए केस सामने आए है। उन पर 16 से ज्यादा अपराध के मामले दर्ज है। वहीं, मारपीट, धमकी, ब्लैकमेलिंग, अवैध वसूली और सूदखोरी जैसे गंभीर आरोपों के 8 नए केस दर्ज हुए हैं। पुराने मामलों सहित दोनों भाइयों पर 16 से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।