दुर्ग पुलिस ने भिलाई के ड्रग सप्लायर बाप-बेटे के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस ने ऑपरेशन विश्वास के तहत 2.1 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई NDPS एक्ट की धारा 68(F) के तहत सफेमा (SAFEMA) के तहत की गई है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने ड्रग सप्लायर बाप-बेटे नंदु कन्नौजिया (57) और रोहित कन्नौजिया (26) के खिलाफ एक्शन लिया है। जांच में सामने आया कि आरोपी लंबे समय से गांजा तस्करी में सक्रिय थे। इसी कारोबार से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की थी।
अब यह मामला आगे की कार्रवाई के लिए सफेमा कोर्ट (मुंबई) भेज दिया गया है। बाप-बेटे के खिलाफ पहले भी 8 से अधिक NDPS एक्ट के मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन मामलों के बावजूद, वे चोरी-छिपे मादक पदार्थों की सप्लाई जारी रखे हुए थे।
गुप्त सूचनाओं और लगातार निगरानी के बाद पुलिस ने उनकी आर्थिक गतिविधियों की गहन जांच शुरू की। इस जांच के दौरान संदिग्ध संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज सामने आए, जिससे उनकी अवैध कमाई का खुलासा हुआ।
तस्करी के पैसों से बनाई आलीशान संपत्तियां
जांच में पता चला कि आरोपियों और उनके परिजनों ने तस्करी से कमाए गए धन से आलीशान मकान, दुकानें, जमीन और वाहन खरीदे थे। जब्त की गई संपत्तियों में रूआबांधा, भिलाई इस्पात संयंत्र की भूमि पर बना मकान और दुकान (लगभग 70 लाख रुपए) शामिल हैं।
साथ ही सरस्वती कुंज, रिसाली में रोहित कन्नौजिया के नाम पर एक आलीशान मकान (लगभग 95 लाख रुपए) और ग्राम धनोरा में बेटी निशा कन्नौजिया के नाम पर भूमि और भवन (लगभग 37 लाख रुपए) जब्त किए गए हैं।
इसके अलावा लगभग 1.50 लाख रुपए के दोपहिया वाहन और अलग-अलग बैंक खातों में जमा पैसे भी जब्त किए गए हैं। कुल मिलाकर, उनकी चल-अचल संपत्तियों का मूल्य 2 करोड़ 1 लाख रुपए से अधिक आंका गया है। सभी जब्त संपत्तियों का विवरण सफेमा कोर्ट को भेज दिया गया है।
पुलिस जांच में यह साबित हुआ कि सभी संपत्तियां अवैध तरीके से कमाए गए पैसों से खरीदी गई थीं। इसके बाद NDPS एक्ट की धारा 68(F) के तहत पूरी संपत्ति जब्त कर सफेमा कोर्ट, मुंबई को अटैचमेंट और आगे की कार्रवाई के लिए भेजी गई।
दुर्ग पुलिस की सख्त कार्रवाई- अब तक 4 आरोपियों पर सफेमा लागू
पुलिस ने नशे के कारोबार से होने वाली अवैध कमाई पर रोक लगाने के लिए पिछले कुछ महीनों में लगातार सख्त कदम उठाए हैं। अब तक चार आदतन ड्रग सप्लायरों के खिलाफ सफेमा के तहत कार्रवाई की जा चुकी है।
नशे के कारोबार पर कड़ा शिकंजा
पुलिस का कहना है कि जिले में नशे के व्यापार को पूरी तरह खत्म करने के लिए आगे भी ऐसी ही सख्त कार्रवाई, अवैध संपत्तियों की जब्ती, आर्थिक दबाव और लगातार निगरानी जारी रहेगी।