गुजरात के 55 साल के लुटेरे दूल्हे के मामले में दुर्ग पुलिस ने कई खुलासे किए हैं। पीड़िता दुर्ग जिले की सरकारी स्कूल की टीचर के मुताबिक बिरेन सिंह सोलंकी की चौथी पत्नी ने उससे पैसे हड़पने में उसका पूरा साथ दिया है।
पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, तीसरी शादी की जानकारी होने के बाद भी गुजरात की सरकारी डॉक्टर ने बिरेन से शादी की। एक साल बाद सरकारी डॉक्टर आईवीएफ से जुड़वां बच्चों की मां बनी।
डॉक्टर पत्नी के साथ ही रहता था आरोपी
शिक्षिका ने थाने में लिखित आवेदन देकर कहा है कि बिरेन सोलंकी (55 साल) ने उससे शादी करने के एक महीने बाद ही गुजरात की एक सरकारी डॉक्टर से चौथी शादी की। आवेदन में शिक्षिका ने बताया कि जब वो शादी करने आया तो गुजरात के बलसाड धरमपुर पिण्डवल से आया था।
इसी पते पर सरकारी डॉक्टर भी रहती है। सरकारी डॉक्टर पहले से जानती थी कि मई 2023 में उसकी शादी मुझसे हुई है, उसके बाद भी उसने एक महीने बाद बिरेन से शादी की। इसके बाद वो गुजरात में उसी के साथ रहने लगा। शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि बिरेन शादी करने के बाद मुझसे पैसे लेता रहा और सरकारी डॉक्टर भी इसमें शामिल रही।
4 शादी कर पांच बच्चों का बाप बना
आरोपी बिरेन कुमार सोलंकी उर्फ बिरेन झाला पहले भी दो शादी कर चुका था। शिक्षिका ने शिकायत में बताया कि बिरेन की पहली पत्नी का नाम जसरतबा और दूसरी पत्नी का नाम सुधा है। इनमें से दूसरी पत्नी सुधा से बिरेन का तलाक हो चुका है। जबकि पहली पत्नी से बिना तलाक के आरोपी अलग रहता है।
सरकारी डॉक्टर से चौथी शादी करने के बाद 3 मार्च 2024 को आईवीएफ से दो जुड़वां बच्चों का बाप बना। इस तरह आरोपी 4 शादी कर पांच बच्चों का बाप है। इसकी जानकारी जब दुर्ग की शिक्षिका को हुई तो आरोपी ने शिक्षिका से गाली-गलौज कर रिश्ता खत्म कर लिया।
अब सिर्फ सरकारी डॉक्टर को मानता है पत्नी
आरोपी से जब शिक्षिका के मुताबिक ‘मैंने चौथी शादी की बात को लेकर नाराजगी और गुस्सा जाहिर किया तो उसने गाली-गलौज करते हुए कहा कि हमारा तुम्हारा कोई संबंध नहीं है। सरकारी डॉक्टर से शादी के पहले की गई तीनों शादियों को नहीं जानता हूं और न ही उनसे और तुमसे कोई रिश्ता है।’
पीड़िता के मुताबिक, ‘मेरी चौथी पत्नी जो सरकारी डॉक्टर है केवल अब वही पत्नी मेरी है। जब पीड़िता ने अपने पैसे और मकान के पैसे वापस मांगे तो उसने साफ मना कर दिया और कहा कि भुज गुजरात में मकान को बेच चुका हूं। मेरे पास पैसे नहीं है। जेवरात को भी बेच दिया हूं। तुमको जो करना है कर लो, अब न तो पैसा मिलेगा और जेवरात मिलेगा।
18 लाख बैंक ट्रांजैक्शन, 5 लाख कैश और 12 लाख के जेवर हड़पे
आरोपी ने 2020 में लोन लेकर मकान खरीदने की बात कह कर हर महीने किश्त की राशि अपने बैंक खाते में मंगवाता था। झांसा देता था कि वो घर बाद में उसके नाम कर देगा।
इसके अलावा 2021 से 2024 के बीच यूपीआई और बैंक ट्रांसफर से लगभग 18 लाख रुपए, अलग-अलग मौकों पर करीब 5 लाख रुपए कैश, सोने के गहने गिरवी रखवाकर 1.3 लाख का गोल्ड लोन, जिसकी किस्तें अभी भी शिक्षिका भर रही है।
इसके अलावा साल 2024 में दुर्ग में घर पर आते समय आरोपी शिक्षिका के 12 लाख रुपए के जेवरात और मोबाइल चोरी करके गुजरात भाग गया।