राज्यसभा में हंगामे के मुद्दे पर अपनी बात बताते हुए छाया वर्मा और फूलोदेवी नेताम रो पड़ीं

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राज्यसभा में मार्शलों के धक्का दिए जाने से सांसद कितने आहत हुए इसका अंदाजा आज चल गया, जब पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम रो पड़ी. उन्होंने कहा कि सदन में उस दिन की घटना बहुत पीड़ादायक थी. पुरुष मार्शलों के द्वारा महिला सांसदों को धक्का दिया गया. भाजपा इस घटना को लेकर झूठ बोल रही है. सच क्या सब जानते हैं.

राज्यसभा की घटना को लेकर बुधवार को कांग्रेस भवन में पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा और फूलोदेवी नेताम की संयुक्त प्रेसवार्ता हुई. मोहन मरकाम ने कहा कि भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र में जो हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना से की देश की आधी आबादी का अपमान हुआ. देश की सबसे बड़ी पंचायत में हमारे महिला सांसदों के साथ दुर्व्यवहार हुआ. घटना के बाद भाजपा का जो बयान आ रहा है, वह और भी शर्मनाक है.

मरकाम ने कहा कि राज्यसभा की 10 सेकंड का वीडियो जारी कर भाजपा महिला विरोधी अपने चरित्र को उजागर करने के साथ जनता की आवाज को भी दबाना चाहती है. उन्होंने भाजपा से अपने बयानों के लिए कांग्रेस की महिला सांसदों से माफी मांगने की बात कही.

सांसद छाया वर्मा ने कहा कि राज्यसभा में 13 अगस्त को ओबीसी बिल पेश किया गया था. लेकिन कांग्रेस सहित 16 विपक्षी पार्टी पेगासस, केंद्रीय कृषि कानून, महंगाई पर चर्चा की मांग कर रही थी. लेकिन सत्ता पक्ष ओबीसी बिल पास करने पर तुला था. इसी दौरान हमने देखा की कुछ लोग मार्शल के रूप में सदन के अंदर आ गए थे.

उन्होंने कहा कि मैं कई सालों से सदन में हूं. मैं हर किसी को जानती हूं, पहचानती हूं. 42 मार्शल सदन के अंदर घुसे तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई. साथी सदस्य फूलोदेवी गिर गईं. उन्हें चोट भी आई. लेकिन भाजपा की ओर से मारपीट के जो आरोप लगाए जा रगे हैं, वह पूरी तरह झूठ है. आप सदन की पूरी कार्यवाही देखेंगे तो सच्चाई जान जाएंगे. जो वीडियो भाजपा की ओर से वायरल किया जा रहा है वह गलत है. भाजपा को इस पर माफी मांगनी चाहिए.

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