महासमुंद। ग्रामीणों के अशिक्षित होने का फायदा ठग आसानी से उठा कर उन्हें अपने जाल मे फंसा लेते है. फिर ग्रामीण उनके बुने जाल में फंसकर ठगी का शिकार हो जाते हैं. आखिर में चारो तरफ से मायूस ये ग्रामीण प्रशासन से मदद की गुहार लगाते है. जी हां, ऐसा ही एक मामला महासमुंद जिले के बसना थाना क्षेत्र के ग्राम खेमडा से आया है. जहां गांव में ही च्वाइस सेंटर संचालित करने वाली रेखा यादव पर गांव की 13 समूह की दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं को अपने ठगी का शिकार बनाया है.
संचालिका ने चुपके से महिलाओं के नाम पर लाखों रुपये का लोन लिया और उसका किस्त भी भरती रही लेकिन अचानक किस्त भरना बंद कर दी. जिसके बाद बैंक वाले महिलाओं के पास किस्त मांगने पहुंचे तब जाकर उन्हें इस ठगी का पता चला. जिसके बाद सभी पीड़ित न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
महिलाओं ने आरोप लगाया है कि एक वर्ष से पूर्व से च्वाइस सेंटर संचालिका रेखा ने पीड़ित महिलाओं से उनका आधार कार्ड लेकर कोरे कागज पर अगूंठा लगवा लेती है. फिर भारत माइक्रो फाइनेंस कम्पनी से मिली भगत कर इन महिलाओं के नाम किसी के नाम से 30 हजार , 50 हजार , 1 लाख रुपये से लेकर 2 लाख रुपये निकाल लिये है और उसका किस्त स्वंय जमा करती है. इस तरह लगभग लाखों रुपये निकाल ली है. इधर कुछ माह से जब किस्त नहीं पटाया तो भारत माइक्रो फाइनेंस के कर्मचारी पीड़ित महिलाओं के घर पैसा लेने आये तो इन महिलाओं को पता चला कि इनके नाम से लोन है. पीड़ित महिलाओं ने जब आरोपी महिला से जाकर पूछा तो वह अपने पति के साथ मिलकर धमकी देने लगी, फिर महिलाओं ने बसना थाना में गुहार लगाई. लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
उसके बाद परेशान महिलाएं अब कलेक्टर और एसपी से इंसाफ की गुहार लगा रही है. वही पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह का इस पूरे मामले मे कहना है कि शिकायत मिली है. जिसकी जांच कराई जायेगी और मामला सही पाये जाने पर कार्रवाई की जाएगी.