दिल्ली में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर पाबंदी, हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कहा- साइंटिफिक रिसर्च के बाद बूस्टर डोज पर फैसला लेगी सरकार

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर पाबंदी लगा दी गई है। नई पाबंदियों के अनुसार अब दिल्ली में किसी तरह का समारोह नहीं करने की इजाजत होगी। शादी और अन्य समारोह में 200 लोगों को शामिल होने की छूट दी गई है।

DDMA दिल्ली में सुपर स्प्रेडर वाली जगहों की पहचान कर रहा है। वहीं, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और उनकी बेटी बुधवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। दोनों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। घर पर ही उनका इलाज शुरू किया जा रहा है। उन्होंने उनके संपर्क में आए लोगों से टेस्ट कराने की अपील की है।

राजस्थान में ओमिक्रॉन के 4 नए केस मिले

राजस्थान में आज 4 लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। जयपुर में एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और एक बुजुर्ग की रिपोर्ट ओमिक्रॉन पॉजिटिव आई है। इसके अलावा यहां एक विदेशी महिला पॉजिटिव मिली है। महिला पिछले दिनों जांच करवाने के बाद दिल्ली चली गई थी।

देश भर में सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है। भारत में बच्चों की वैक्सीन अभी ट्रायल के दौर से गुजर रही है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में गुजरात से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। गुजरात के पेरेंट्स अपने बच्चों को कोविड से बचाने को लेकर ज्यादा ही चिंतित है। ये पेरेंट्स लाखों रुपए खर्च कर विदेश जा रहे हैं और बच्चों को वैक्सीन की डोज लगवा रहे हैं। अमेरिका, इजराइल और कई देशों में बच्चों के वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कहा- साइंटिफिक रिसर्च के बाद बूस्टर डोज पर फैसला लेगी सरकार

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बुधवार को कहा कि कोरोना के बढ़ते हुए मामलों में हो रहे किसी भी बदलाव को हम बहुत सावधानी से देख रहे हैं। कोरोना हमेशा शुरुआती स्टेज में हल्के लक्षणों के साथ आता है। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज पर कोई भी फैसला साइंटिफिक रिसर्च के बाद लिया जाएगा। हेल्थ मिनिस्टर भी संसद में यह बात दोहरा चुके हैं।

वहीं AIIMS के डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ओमिक्रॉन ज्यादा संक्रामक है। अब तक मिले डेटा के मुताबिक ओमिक्रॉन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं। इसमें गंभीर बीमारी के लक्षण अभी नहीं देखे जा रहे हैं। हमें इसके बारे में और डेटा चाहिए। जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे, हमें इसके लक्षणों के बारे में और जानकारी मिलेगी। वैक्सीन की डोज लगवाना और कोविड नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई हैं उन्हें जल्द ही डोज लगवा लेनी चाहिए।

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