धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित पंडित रविशंकर जलाशय (गंगरेल बांध) में आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सबसे बड़े जल महोत्सव जल जगार का शुभारंभ किया। इस दौरान वह रुद्राभिषेक और महाआरती में भी शामिल हुए। इस दौरान सीएम विष्णुदेव साय ने 87 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री ने एक सभा को संबोधित करते हुए प्रदेशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और जल संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल स्तर तेजी से घट रहा है, खासकर गर्मी के दिनों में कई क्षेत्रों में नल सूख जाते हैं। प्रधानमंत्री के जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी पहुँचाने की योजना है, लेकिन पूर्व सरकार ने इस योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं किया। जगह-जगह टंकियां और पाइपलाइनें तो बिछा दी गईं, लेकिन पानी की आपूर्ति का स्रोत सुनिश्चित नहीं किया गया। अब हमारी सरकार इसे धीरे-धीरे सुधारने का काम कर रही है।
सीएम साय ने कहा धमतरी में जल स्तर काफी कम हो गया था और इसे सुधारने के लिए व्यापक काम किया गया है। आज देश-विदेश के जल विशेषज्ञ इस समस्या पर मंथन कर रहे हैं और प्रयास जारी है कि जल स्तर कैसे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री ने पुराने समय की याद दिलाते हुए कहा कि तब बड़े-बड़े तालाब खुदवाए जाते थे और बाग लगाए जाते थे, लेकिन अब जंगलों की कमी और कम बारिश के कारण जल संकट और बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज 87 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। उन्होंने पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने चार करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया है, और हर नागरिक से आग्रह किया कि वे एक पेड़ अपनी मां के नाम पर जरूर लगाएं, जिससे पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रयासों को बल मिले
CM साय ने की अंगार मोती दाई की पूजा-अर्चना
जल महोत्सव जल जगार में पहुंचे सीएम विष्णुदेव साय ने प्रसिद्ध अंगार मोती दाई मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अंगारमोती माता को 108 मीटर लंबी लाल चुनरी भेंट कर उनसे प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि, और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मंदिर परिसर में बड़ी संख्या उपस्थित भक्त गण भी मुख्यमंत्री के साथ पूजा-अर्चना में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंगार मोती दाई के प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा है। भक्तगण बड़ी श्रद्धा और मनोकामना के साथ दाई के दरबार में आते है। मां अंगारमोती देवी आदिवासी समाज की प्रथम आराध्य देवी है, जो मन्नत के लिए सुविख्यात है।
मुख्यमंत्री साय ने इस मौके पर मंदिर परिसर स्थित मनकेशरी माता, बूढ़ा देव और भंगाराम बाबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
इस अवसर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, टंकराम वर्मा, कांकेर सांसद भोजराज नाग, महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी, कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, कांकेर विधायक आशाराम नेताम सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।