पत्रकार मुकेश की हत्या पर सीएम साय का सख्त एक्शन : मुख्यमंत्री के निर्देश पर SIT का गठन, गिरफ्तारी, बुलडोजर, खाते होल्ड, भ्रष्टाचार की जांच

 

रायपुर। बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेहरमी से की गई हत्या से देशभर में व्यापक रोष है. पत्रकारों की नाराजगी, प्रदर्शन और राजनीतिक दलों की सियासत भी हाई है, लेकिन इन सबके बीच इस घटना को साय सरकार ने बहुत ही गम्भीरता से लिया है. सरकार ने एक्शन लेने में देरी नहीं की और मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ही पूरे मामले में त्वरित की गई. सीएम विष्णुदेव साय ने कहा है कि ऐसी घटना अत्यंत निंदनीय है और इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं.

मुख्यमंत्री साय ने शुक्रवार की देर रात मामले की जानकारी लगने के बाद कड़े एक्शन के निर्देश जारी करते हुए कहा था कि अपराधी कोई भी हो किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने जांच में तेजी लाते हुए आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी. आज दोपहर तक पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार करने 4 अलग-अलग टीमें भी बना दी गई. इसके साथ मुख्य आरोपी के अवैध साम्राज्य पर बुलडोजर भी चलाया गया. आरोपी के बैंक खातों को होल्ड कराया गया. एसआईटी का गठन किया. साथ ही आरोपी के खिलाफ मिली भ्रष्टाचार के मामलों की जांच भी जारी है.

एसआईटी का गठन

पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड (Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case) की जांच के लिए साय सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. सीएम विष्णुदेव साय ने ट्वीट कर कहा है कि हमारी सरकार ने प्रकरण की पूरी विवेचना के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. एसआईटी में मयंक गुर्जर भापुते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला बीजापुर, सचि वर्मा उप पुलिस अधीक्षक अनाक जिला दंतेवाड़ा, शरद जायसवाल उप पुलिस अधीक्षक जिला बीजापुर, गीतिका साहू उप पुलिस अधीक्षक जिला बस्तर, दुर्गेश शर्मा निरीक्षक थाना प्रभारी बीजापुर, विरेन्द्र श्रीवास्तव निरीक्षक प्रभारी जिला विशेष शाखा, चंदशेखर श्रीवास निरीक्षक प्रभारी फरसपाल जिला दंतेवाड़ा, रिजवान अहमद निरीक्षक रक्षित केन्द्र जिला बीजापुर, गौरव तिवारी निरीक्षक रेंज साईबर थाना जगदलपुर, मुकेश पटेल उप निरीक्षक थाना बीजापुर, विवेकानंद पटेल उप निरीक्षक प्रभारी साइबर सेल शामिल हैं. फारेंसिक टीम भी साइंटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की जांच कर रही है. 4 हफ्ते में चालान पेश कर स्पीड ट्रायल करवाया जाएगा.

अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या मामले में प्रशासन ने आरोपी द्वारा किए गए अवैध निर्माण को भी ध्वस्त कर दिया है. मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के अवैध कब्जे और प्लांट पर बुलडोजर कार्रवाई की करते हुए आरोपी के अवैध संपत्ति को जमींदोज कर दिया गया है.

तीन बैंक खाते होल्ड

गृहमंत्री विजय शर्मा के मुताबिक, इस मामले में प्रमुख आरोपी कांग्रेसी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सचिव के पद पर कार्यरत है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. उसकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की जा रही है. अब तक आरोपी कांग्रेस नेता के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है.

तीन आरोपी गिरफ्तार

बस्तर रेंज आईजी पी. सुंदरराज ने बताया, पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड (Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case) मामले में 3 जनवरी को संदेही को पकड़ने के लिए गठित एक टीम को रायपुर के लिए भेजा गया. घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया. घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया. तीनों आरोपियों से पूछताछ के साथ घटना में प्रयुक्त आलाजरब की बरामदगी की कार्रवाई की जा रही है.

मुख्य आरोपी सुरेश की गिरफ्तारी के लिए 4 टीम

बस्तर रेंज आईजी पी सुंदरराज ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा है. इनमें रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया, वहीं अन्य संदेही सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके और दिनेश चन्द्राकर को बीजापुर से पकड़ा गया है. वहीं घटना के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर को पकड़ने के लिए 4 पुलिस टीम का गठन किया गया है.

भ्रष्टाचार के मामले की जांच

युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के निर्माण कार्यों पर रिपोर्ट बनाते हुए सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को उजागर किया था. इस मामले में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि पत्रकार मुकेश की रिपोर्ट पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए हमारी सरकार ने जांच बिठा दी है. विष्णु के सुशासन में हर अपराधी को जेल की हवा खानी पड़ेगी.

हर घटना के पीछे कांग्रेसी लिंक

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेताओं की अनैतिक गतिविधियों और आपराधिक करतूतों को उजागर करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अब जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कई गंभीर घटनाओं का जिक्र किया, जिसमें कांग्रेस नेताओं के सीधे तौर पर अपराधों में लिप्त होने के मामले सामने आए हैं. उन्होंने सबसे पहले बलौदाबाजार की घटना का उल्लेख किया, जहां कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जेल में हैं और हाईकोर्ट तक ने उन्हें जमानत देने से मना कर चुका है. उन्होंने कहा कि इस घटना से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आया है. इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2024 में सारंगढ़-विलाईगढ़ में कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े द्वारा एक सार्वजनिक प्रदर्शन के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को कलेक्टर कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ करने के लिए उकसाए जाने का हवाला दिया. जांगड़े ने पुराने हिंसक घटनाओं का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं को फिर से ऐसी ही घटनाओं को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया, जो न केवल कानून का उल्लंघन था बल्कि कांग्रेस की सोच को भी दर्शाता था.

उपमुख्यमंत्री ने सुरजपुर में एक पुलिसकर्मी की पत्नी और उसकी मासूम बेटी की हत्या के मामले में कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के पदाधिकारी कुलदीप साहू और एनएसयूआई अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी की संलिप्तता पर चर्चा की. उपमुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ बालोद के डौंडी थाने में दर्ज एफआईआर का भी उल्लेख किया, जिसमें एक हेड मास्टर की आत्महत्या के मामले में उनका नाम सामने आया है. अब पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड (Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case) का मुख्य आरोपी कांग्रेसी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार है और वह वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सचिव के पद पर कार्यरत हैं. विजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में अपराध और अराजकता का बोलबाला है. पार्टी के नेता न केवल कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि वे ऐसे कार्यों को बढ़ावा भी दे रहे हैं.

एक जनवरी से लापता थे मुकेश

गौरतलब है कि मुकेश चंद्राकर समाचार चैनलों के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते थे. वह बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे. इसके साथ ही वह एक यूट्यूब ‘बस्तर जंक्शन’ के नाम से एक चैनल भी चलाते थे, जिसके लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. बीते अप्रैल 2021 में बीजापुर के तकलगुड़ा नक्सली हमले के बाद माओवादियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को छुड़ाने में मुकेश चंद्राकर की अहम भूमिका थी. 1 जनवरी की शाम से वह लापता हो गए थे. इसके बाद शुक्रवार को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के बैडमिंटन कोर्ट के पास बने सेप्टिक टैंक में मिला था.

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