रायपुर में कांग्रेसियों ने 30 फीट ऊंचे स्काई वॉक को पहनाई रुपयों की माला

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। रायपुर में गुरुवार को शहर कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने स्काई वॉक का विरोध किया। इसे भाजपा के भ्रष्टाचार का नमूना बताया। स्काई वॉक के पास जमा होकर कांग्रेस के नेता नारेबाजी करने लगे। इस दौरान महापौर एजाज ढेबर कांग्रेस के पार्षदों समेत विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे।

प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मंत्री राजेश मूणत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। दावा किया जा रहा है कि स्काई वॉक के निर्माण में भारी अनियमित्ता बरती गई, जानबूझकर इसकी लागत को बढ़ा दिया गया। अब इस प्रकरण की जांच छत्तीसगढ़ EOW को सौंपी गई है।

महापौर एजाज ढेबर ने कहा – यह स्काई वाक पूर्ववर्ती रमन सिंह सरकार के समय बनाया जा रहा था,जो अधूरा रह गया। सत्ता परिवर्तन के बाद से ही कांग्रेस सरकार लगातार स्काई वाक निर्माण और उसकी उपयोगिता पर सवाल उठा रही थी। स्काई वाक को लेकर लगातार सामाजिक संगठन भी विरोध कर रहे थे।

भूपेश सरकार ने कुछ दिन पहले ही करोड़ों रुपये की लागत से खड़े किये गए स्काई वॉक ढांचे के निर्माण में कथित तौर पर हुए भ्रष्टाचार की जांच एसीबी और ईओडब्ल्यू कराने का फैसला लिया है। आज इसी भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर रायपुर के महापौर एजाज़ ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे और शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश दुबे , समस्त कांग्रेस के पार्षद एवं MIC सदस्य साथ भारी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता स्काईवाक निर्माण में हुए भ्रष्टाचार से जनता को अवगत कराने और सांकेतिक विरोध करने पहुंचे।

महापौर एजाज़ ढेबर ने इसे भाजपा शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार का स्मारक बताया और भाजपा नेताओं से सवाल किया कि ‘कैसे इसकी निर्माण लागत 44 करोड़ से बढ़कर 80 करोड़ हो गई और रातोंरात टेंडर जारी कर दिया गया।’ फिलहाल यह मुद्दा थमते हुए दिखाई नहीं दे रहा और आने वाले विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे का कितना प्रभाव रहेगा यह जनता ही बताएगी।

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