खरसिया। कोरोना पॉजिटिव कारोबारी की मृत्यु के बाद उसके परिजन शव को लेकर दाह संस्कार के लिए घंटों एक मुक्तिधाम से दूसरे मुक्तिधाम भटकते रहे, पर लोगों के विरोध के कारण अंतिम संस्कार नहीं कर पाए। अंतत: देर रात लगभग एक बजे पुलिस की मौजूदगी में प्रशासन ने बाम्हनपाली के पास उनका अंतिम संस्कार करवाया। यह बात सुबह बाम्हनपाली के ग्रामीणों को पता चलने पर गुस्सा फूट पड़ा और उनके द्वारा चक्काजाम कर दिया गया है।
6 सितंबर को खरसिया के एक गणमान्य नागरिक की अस्पताल में मृत्यु हो गई, जो काफी समय से बीमार चल रहे थे। जिसे हॉस्पिटल प्रबन्धन ने कोरोना पॉजिटिव बताया और मृत शरीर को परिजन को सौंप दिया। परिजनों के द्वारा उनका दाह संस्कार करने के लिए ठाकुरदिया के मुक्तिधाम में ले जाया गया तो वहां के वार्डवासियों के द्वारा विरोध किया गया। इसके बाद मोहापाली रोड स्थित मुक्तिधाम में ले जाने पर वहां भी स्थानीय वार्डवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा और देखते ही देखते शाम से रात 12 बज चुके थे।
रात को 1 बजे एसडीएम, टीआई व परिजनों द्वारा ग्राम बाम्हनपाली के बंधान व बंद पड़े कोल्ड स्टोर के पास मृत कोरोना मरीज का दाह संस्कार किया गया। रात के अंधेरे में बाम्हनपाली में अंतिम संस्कार किए जाने की जानकारी मिलते ही आज सुबह ग्रामवासियों का गुस्सा फूटा। ग्रामीणों सहित महिलाओं ने चक्काजाम किया। ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना मरीज के सभी मृतकों का अब यही दाहसंस्कार किया जाएगा।