भरूच। गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर शहर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक कॉन्स्टेबल ने अपने पड़ोसी के 8 साल के बच्चे की हत्या कर दी। कॉन्स्टेबल शैलेंद्र राजपूत शेयर मार्केट में घाटा होने के कारण भारी कर्ज में डूबा था।
कर्ज उतारने के लिए उसने बच्चे का अपहरण किया और उसे एक संदूक में बंद कर दिया। जिससे बच्चे का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद भी CRPF कॉन्स्टेबल 5 लाख की फिरौती के लिए उसके पिता को फोन करता रहा। पुलिस ने फोन की लोकेशन ट्रेस करके आरोपी कॉन्स्टेबल शैलेंद्र को दबोच लिया और उसके घर से संदूक में रखे बच्चे के शव को बरामद किया।
कॉन्स्टेबल ग्वालियर में तैनात था
पुलिस ने बताया कि शैलेंद्र राजपूत मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तैनात था। वह शेयर बाजार में इन्वेस्ट करता था, जहां उसे घाटा होता गया, फिर भी वह कर्ज लेकर शेयर मार्केट में रुपए लगाता रहा। कर्जदारों ने उसके ऊपर रकम देने का दबाव बनाया तो वह परेशान हो गया। आखिरकार उसने कर्ज चुकाने के लिए बच्चे का अपहरण कर फिरौती मांगने का प्लान बनाया।
गुरुवार की दोपहर अंकलेश्वर के दधाल गांव की सोसाइटी के लोग छठ पूजा कर रहे थे। पड़ोस में रहने वाला शुभ साइकिल चला रहा था। इसी दौरान शैलेंद्र ने उसका अपहरण कर लिया और अपने घर ले जाकर उसके मुंह पर सेलो टेप लगाकर उसे एक लोहे के बक्से में बंद कर दिया। लिहाजा दम घुटने से शुभ की मौत हो गई।
इसके बाद आरोपी ने चोरी के मोबाइल फोन से बच्चे के पिता को वॉट्सएप मैसेज भेजकर कहा कि आपका बेटा हमारे पास है। अगर पुलिस में रिपोर्ट करोगे तो बेटा जिंदा नहीं मिलेगा, उसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे और बेटे को छोड़ने के बदले 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
बक्से से मिला बच्चे का शव
पिता की सूचना पर पुलिस ने मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो लोकेशन पड़ोस की ही मिली। पुलिस ने तुरंत आरोपी के घर की जांच की तो शुभ का शव लोहे के बक्से से बरामद हुआ। बच्चे के हाथ-पैर बंधे हुए थे और चेहरे पर टेप लगा हुआ था।
आरोपी ने पूछताछ में कबूल किया कि यह जानते हुए भी कि शुभ मर चुका है, उसने उसके पिता को फिरौती के लिए मैसेज किए। कॉन्स्टेबल ने शव को अपने घर के पीछे एक खेत में फेंकने या छत पर छोड़ने की योजना बनाई थी। आरोपी रात होने का इंतजार कर रहा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस उस तक पहुंच गई।