जम्मू। बीजापुर जिले में नक्सलियों के कब्जे से छह दिनों के बाद छूटा सीआरपीएफ का कोबरा कमांडों व जम्मू का लाल राकेश्वर सिंह मन्हास शुक्रवार को जम्मू पहुंचा। नक्सलियों में हमले में राकेश्वर के 22 साथी जवान शहीद हो शहीद हो गए थे जबकि तीस घायल हो गए थे। राकेश्वर को इस हमले में नक्सलियों ने बंधक बना लिया था और छह दिनों तक अपने कब्जे में रखने के बाद नक्सलियों ने उसे रिहा किया था।
@crpfindia जवान राकेश्वर सिंह मन्हास आज अपने परिवार के साथ और अपनों के बीच अपने शहर जम्मू पहुंचे !! लोगो ने किया जबरदस्त स्वागत pic.twitter.com/3SciK1b3jf
— Kajal Rajput (@Kajalrajput2184) April 16, 2021
राकेश्वर सिंह शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे राकेश्वर सिंह मन्हास जम्मू एयरपोर्ट पहुंचा जहां पहले से ही सैंकड़ों की संख्या में उसके परिवार वाले व अन्य लोग उसका स्वागत करने के लिए मौजूद थे। जैसे ही एयरपोर्ट के बाहर राकेश्वर सिंह की एक झलक दिखी तो वहां लोगों ने भारत माता की जय और राकेश्वर सिंह जिंदाबाद के नारे लगाने के शुरू कर दिए। इसके बाद किसी नायक की तरह राकेश्वर सिंह को उसके गांव बरनाई ले जाया गया जहां उसके स्वागत के लिए कांगड़ा फोर्ट पैलेस में स्वागत के विशेष बंदोबस्त किए गए थे। वहीं राकेश्वर सिंह ने भी अपने गांव पहुंचने के बाद कहा कि वह सबसे पहले अपने परिवार के साथ मिलना चाहते हैं क्योंकि उनके परिवार ने उनके बंधक रहते जो एक एक पल बिताया है, मैं उनका दर्द समझ सकता हूं।
राकेश्वर सिंह ने उन सब लोगों का धन्यवाद किया जो उस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ थे। उधर राकेश की एक झलक पाने के लिए उसके घर व कांगड़ा फोर्ट के बाहर भी लोगों की खासी भीड़ जमा थी। हर कोई अपने नायक की एक झलक देखने को आतुर दिखा।