धमतरी जिले में बंद पड़े गोदाम के सेप्टिक टैंक से बरामद कंकाल मामले की गुत्थी सुलझा ली गई

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बंद पड़े गोदाम के सेप्टिक टैंक से बरामद कंकाल मामले की गुत्थी सुलझा ली गई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सेप्टिक टैंक में मिला कंकाल आरोपी के सौतेले बेटे का है।

7 साल पहले आरोपी ने खाने को लेकर हुए विवाद के बाद सौतेले बेटे की हत्या कर दी थी। वहीं सबूत मिटाने के लिए शव को सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था।

सेप्टिक टैंक के अंदर खोपड़ी दिखाई दी

यह मामला अर्जुनी थाना क्षेत्र के ग्राम भोयना का है। गोदाम में जमीन का नाप-जोख चल रहा था, तभी सेप्टिक टैंक के ऊपर से मानव खोपड़ी दिखाई दी। गांव के कोटवार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।

जब टैंक की करीब 4 फीट खुदाई की गई, तो वहां से कंकाल के एक-एक अवशेष बरामद हुए। साथ ही घटनास्थल से डॉट पेन, सीरीज इंजेक्शन, प्लास्टिक बटन, अंडरवियर का रबर, सीमेंट पोल, नायलॉन की रस्सी और साइकिल की ट्यूब भी मिली।

बेटे के गुमशुदगी नहीं दर्ज कराई रिपोर्ट

इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने गांव के लोगों से किसी के लापता होने को लेकर पूछताछ की तो पता चला कि राममिलन गोड़ का 23 वर्षीय बेटा नंदू सोनी पिछले सात साल से गायब है। पुलिस ने थाने में पता लगाया कि इस गांव के नंदू सोनी नाम के युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई है या नहीं। जांच में पता चला कि कोई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।

इस पर पुलिस को राममिलन पर शक हुआ और तुरंत उसको पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया।

बेटे से विवाद के बाद पिता ने की हत्या

आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि यह हत्या करीब 7 साल पहले क्वार नवरात्रि के दौरान की गई थी। आरोपी राममिलन गोंड़ अपने सौतेले बेटे नंदू सोनी (23 वर्ष) के साथ घर पर अकेला था। रात करीब 10-11 बजे खाना खाने को लेकर दोनों में विवाद हुआ, जिसके दौरान राममिलन ने नंदू का गला पकड़कर सिर को दीवार पर पटक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हत्या के बाद सुबह करीब 4 बजे राममिलन ने नंदू के शव को अकेले कंधे पर उठाकर कुछ दूरी पर स्थित पुट्ठा गोदाम तक खींचा और वहां सेप्टिक टैंक में शव को सीमेंट पोल से बांधकर नायलॉन रस्सी और साइकिल ट्यूब की मदद से डाल दिया।

7 साल बाद मिला कंकाल

इस पूरी वारदात के बाद न तो पिता ने गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट दर्ज करवाई, न ही किसी को शक हुआ। लेकिन सात साल बाद जब कंकाल मिला तो हकीकत सामने आई। फिलहाल, फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन पुलिस ने कंकाल मिलने के बाद 3 दिन में इस मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। राममिलन गोंड़ को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

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