दुर्ग जिले के नए पुलिस अधीक्षक एसएसपी विजय अग्रवाल ने आते ही लापरवाही और गलत कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी

Chhattisgarh Crimesदुर्ग जिले के नए पुलिस अधीक्षक एसएसपी विजय अग्रवाल ने आते ही लापरवाही और गलत कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। उन्होंने जुआ के प्रकरण में कार्रवाई के बाद पुरानी भिलाई थाने के प्रभारी महेश ध्रुव को लाइन अटैच कर दिया है।

आपको बता दें कि एसएसपी विजय अग्रवाल ने जब पहली क्राइम मीटिंग ली थी, उसी समय सभी थाना और चौकी प्रभारियों को ये निर्देश दिया था कि वो अपने यहां चलने वाले सभी गैर कानूनी कृत्य को बंद करवा दें। उन्होंने कहा कि उन्हें साफ और सख्त पुलिसिंग पसंद है। दो दिन पहले ही पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र में बड़ा जुआ पकड़ाया था।

पुलिस ने वहां जुआ खेलते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से लाखों की नगदी जब्त की थी। थाना प्रभारी जहां इस कार्रवाई को लेकर प्राउड फील कर रहे थे, वहीं एसएसपी विजय अग्रवाल ने इसे उनकी लापरवाही बताया। उन्होंने उनके थाना क्षेत्र में जुआ चलने देने को लेकर ना सिर्फ नाराजगी जताई, बल्कि टीआई को ही लाइन अटैच कर दिया।

हो सकती है विभागीय जांच

एसएसपी विजय अग्रवाल ने थाना प्रभारी पुरानी भिलाई निरीक्षक महेश ध्रुव को क्षेत्र में जुआ-सट्टा के रोकथाम के लिए प्रभावी नियंत्रण में लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच किया है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शायद इस मामले को लेकर एसएसपी ने जांच के आदेश भी दिए हैं।

गांजा प्रकरण में सिपाही हो चुका है बर्खास्त

पुरानी भिलाई थाना अंतर्गत गांजा के एक प्रकरण में शामिल वहां के आरक्षक विजय धुरंधर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने आते ही बर्खास्त किया था। आरक्षक क्रमांक 1654 विजय धुरंधर पुरानी भिलाई थाने में पदस्थ था और डायल 112 की टीम का हिस्सा था। 3 मार्च 2025 की उसे एक सूचना मिली कि एक वाहन में कुछ लोग गांजा लेकर जा रहे हैं। उसने गांजा तो पकड़ा, लेकिन एक बोरी गांजा उसने डायल 112 के चालक के साथ मिलकर छिपा दिया। इस प्रकरण में तत्कालीन एसपी जितेंद्र शुक्ला ने आरक्षक को सस्पेंड किया था। फिलहाल वो न्यायिक हिरासत में है।