रोबोट से राहुल को निकालने की कोशिश शुरू, दूसरी ओर से पैरलल सुरंग भी बना रहे

Chhattisgarh Crimes

जांजगीर। राहुल साहू को बचाने के लिए गुजरात से रोबोटिक्स इंजीनियर पिहरिद गांव पहुंच चुके हैं। रोबोट की मदद से राहुल को बाहर निकालने की कोशिश शुरू कर दी गई है। हालांकि नेटवर्क की दिक्कत आ रही है।

गुजरात से रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर पहुंच गए हैं। नीचे रोबोट उतारा जा रहा है, जिससे बच्चे कि स्थिति का आंकलन कर फिर बाहर निकाला जाएगा। बाजू में 60 फीट गड्ढा खोदा जा चुका है। 5 फिट की खुदाई के बाद टनल याने सुरंग बनाया जाएगा।

एक बड़े चट्टान के कारण दिक्कत है। तीन जेसीबी खुदाई में लगी है। रॉक ब्रेकर मशीन मंगाए गए हैं। नीचे पत्थर में ही राहुल फंसा हुआ है। बच्चे को नुकसान न हो, इसलिए मेनुअल तरीके से सुरंग बनाया जाएगा। बोरवेल में पानी का स्तर बढ़ गया है, उसे भी कम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर के मोबाइल पर वीडियो कॉल करके राहुल साहू के परिजनों से की बात

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मोबाइल पर वीडियो कॉल करके राहुल साहू के परिजनों से बात की है। मुख्यमंत्री ने राहुल के फूफा बजरंग साहू की उपस्थिति में दादी श्याम बाई साहू से बात की। उन्होंने रोबोट के माध्यम से रेस्क्यू करने और अन्य विकल्प भी रेस्क्यू के लिए तैयार रहने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने परिजनों को चिंतित न होने और शासन प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किये जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने रोबोट के संचालक महेश अहीर और उनके पिता से भी बात की। मुख्यमंत्री ने बोरवेल में हो रहे रेस्कयू और खुदाई के काम को भी देखा कलेक्टर ने बच्चे के गतिविधियों की पूरी जानकारी दी है.

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