रायपुर। सिविल लाइन पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार किया है, जो फर्जी नाम से आनलाइन पर्सनल लोन लेकर फरार हो जाता था. आरोपी खुद को पावर ग्रिड कॉपोर्रेशन इंडिया लिमिटेड का इंजीनयर बताकर अलग-अलग नाम से फर्जी पहचान पत्र के जरिए लोन लेता था. इसके लिए आरोपी फर्जी पे-स्लिप और फर्जी आधार कार्ड का उपयोग करता था.
पुलिस के मुताबिक अक्टूबर 2019 में आरोपी दीपक तिवारी उर्फ सिद्धार्थ तिवारी उर्फ अंकुर तिवारी के नाम से बजाज फायनेंस कंपनी में आॅनलाइन आवेदन कर पावर ग्रिड कारिसन आफ इंडिया लिमिटेड का खुद को इंजिनियर और वेतन 89 हजार 909 रुपए मिलना बताकर पे-स्लिप और फर्जी आधार कार्ड बनाकर आनलाइन आवेदन किया था. जिस पर बजाज कंपनी ने 12 लाख 35 हजार 532 रुपए कॉपोर्रेशन बैंक में आरोपी के खाते में पर्सनल लोन स्वीकृत कर दिया.
जिसके बाद आरोपी के खाते में 11 लाख 75 हजार 923 रूपए डाला गया. बाद में उसने पहली किश्त 23 हजार 407 रुपए जमा भी किया. उसके बाद पिछले 6 महीने तक किश्त नहीं पटाया, फिर बजाज फायनेंस कंपनी ने आरोपी का पे-स्लिप और अन्य प्रस्तुत दस्तावेज का तस्दीक किया, तो फर्जी निकला.
बजाज फायनेंस कंपनी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 अपराध दर्ज कर पूरे मामले की जांच कर रही थी. इसी दौरान टीम गठित कर आरोपी दीपक तिवारी उर्फ सिद्धार्थ तिवारी उर्फ अंकुर तिवारी को को लखनउ से गिरफ्तार कर न्यायालय से टाजिट रिमांड प्राप्त कर थाना ले आई है.