कम उम्र में अधिक थकान, कम खाने के बाद भी वजन तेजी से बढ़ना, थोड़ा सा चलने पर ही दिल तेजी से धड़कना और 30 की उम्र में ही बुढ़ापे के निशान दिखने लगे तो समझ लीजिए कुछ ठीक नहीं है। बाल गिरने लगना, स्किन ड्राई होना, हमेशा चिड़चिड़े रहना जैसे संकेत दिख रहें तो समझ लें कि आप साइलेंट किलर थायराइड के शिकार हो गए हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इस समस्या का सामना ज्यादा करती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर 10वां इंसान थायराइड की बीमारी से जूझ रहा है।
थायराइड तितली के आकार का एक ग्लैंड होता है। ये सांस की नली के ऊपर होता है। थायराइड ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को कंट्रोल करता है। थायराइड 2 तरह का होता है। पहला हाइपरथायराइड जिसमें T3 और T4 तेजी से बढ़ने लगता है और दूसरा हाइपोथायराइड जिसमें T3 और T4 तेजी से घटने लगता है। थायराइड को कंट्रोल करने के लिए विभिन्न तरह के योग, प्राणायाम के अलावा आप चाहे तो अलसी का सेवन कर सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार अलसी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें कैलोरी, सोडियम , पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम के अलावा अधिक मात्रा में ओमेगा फैटी एसिड 3 पाया जाता है। जो थायराइड के साथ-साथ वजन कम करने में भी मदद करता है।
ऐसे करें सेवन
अलसी को भूनकर रख लें। रोजाना 1 चम्मच इसे खाएं। आप भुनी हुई अलसी को सलाद आदि में भी डालकर खा सकते हैं।
- अलसी के पाउडर का सेवन करना भी थायराइड को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। इसके लिए रोजाना कम से कम दो बार किसी फल के जूस या एक गिलास पानी में एक चम्मच इस पाउडर को डालकर पिएं।
- एक गिलास पानी में एक चम्मच अलसी के बीज डालकर 6 घंटों के लिए भिगो दें। 6 घंटे बाद अलसी के बीजों समेत इस पानी को थोड़ी देर उबाल लें। इसके बाद इस छानकर गुनगुना ही पी लें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।