गरियाबंद के वॉर्ड क्रमांक 3 की राशन दुकान में रविवार सुबह भगदड़ मच गई। शासन ने मानसून को देखते हुए 3 महीने का राशन एक साथ देने के निर्देश दिए हैं। इसी कारण सुबह से ही हितग्राहियों की लंबी कतार लग गई थी। लेकिन वितरण के लिए लगाए गए नए मशीनी सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया।
घंटों इंतजार के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज हितग्राहियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सेल्समैन ने पहले से ही गेट बंद कर रखा था। भीड़ दरवाजा तोड़कर राशन दुकान की ओर दौड़ पड़ी। लोग ऐसे दौड़े जैसे कोई बड़ा हादसा हो गया हो। घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे जमीन पर गिरे
राशन जल्दी पाने की होड़ में लोगों में धक्का-मुक्की हो गई। इस अफरा-तफरी में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे जमीन पर गिर पड़े, उन्हें चोटें आई है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को मदद के लिए बुलाना पड़ा। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
नए मशीन सिस्टम में गड़बड़ी से वितरण में देरी
सेल्समैन रमेश निर्मलकर ने कहा कि नए मशीन सिस्टम से वितरण में देरी हो रही है। एक हितग्राही को राशन देने में दो से 3 बार ओटीपी दर्ज करना पड़ रहा है या 6 बार हितग्राहियों के फिंगर प्रिंट लेने पड़ रहे हैं। सर्वर बार-बार डाउन हो जाता है। इससे एक व्यक्ति को राशन देने में आधे घंटे से ज्यादा लग रहा है।
दिनभर में केवल 20 से 22 कार्डधारियों को ही राशन मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन को जल्द समाधान करना चाहिए। हितग्राहियों ने कहा कि वे गरीब परिवार से हैं। रोज काम पर जाना होता है। घंटों लाइन में लगने से समय बर्बाद होता है। व्यवस्था में जल्द सुधार की मांग की
8 दिनों से रोज आ रहे, नहीं मिला राशन
उपभोक्ता राधा बाई ने कहा कि कभी सर्वर डाउन, तो लंबी लाइन होने के कारण राशन नहीं मिल रहा है। भीड़ इतनी है कि लोग रौंदते हुए आगे बढ़ गए। उन्होंने कहा कि लाइन से राशन दिया जाए। सप्ताह में पूरे दिन दुकान खोली जाए। सुबह 10 बजे के बजाय 7 बजे दुकान खुलेगी तो ज्यादा समय मिलेगा।
उमेश कुमार भावे ने कहा वे 8 दिनों से राशन के लिए आ रहे हैं। लाइन इतनी लंबी होती है कि उनका नंबर ही नहीं आता। सेल्समेन की संख्या बढ़ाई जाए या सप्ताह में डेट तय करके लोगों को बुलाया जाए।