गोधन न्याय योजना से सोनगरा के ग्रामीणों को मिलने लगा लाभ, गौठान में महिला समूह बनाने लगे वर्मी कम्पोस्ट

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रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना का लाभ सीमावर्ती जिले के सुदूर गांव के ग्रामीणों को भी मिलने लगा है। गौठानों में गोबर बेचकर ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति के लिए अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने लगे हैं। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखण्ड के गौठान ग्राम सोनगरा में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी का कार्य निरंतर कार्य किया जा रहा है। सोनगरा गौठान में ग्रामीण पशुपालको नियमित रूप से गोबर विक्रय कर 15 दिन में अपनी राशि खाते में सीधे प्राप्त कर रहे हैं।

सोनगरा गौठान से जुड़ी गुलाब महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा खरीदे गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट खाद का निर्माण ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के तकनीकी सलाह से किया जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा शासन द्वारा निर्मित वर्मी टैंक में गोबर व सूखी पत्तियों एवं अन्य सामग्री का उपयोग करते हुए खाद तैयार की जा रही है। सोनगरा गांव में जैविक खेती को लेकर भी लोगों का रूझान बढ़ने लगा है। गौठान में तैयार वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग विभिन्न प्रकार की फसलों में करने लगे हैं। सोनगरा में 395 क्विंटल से अधिक की गोबर खरीदी की जा चुकी है, जिससे वर्मी खाद तैयार कर स्थानीय स्तर पर किसानों को उनकी मांग के अनुरूप उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे सोनगरा में जैविक खेती को बढ़ावा मिलने लगा है।

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