रायपुर। हरितालिका तीज भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया में यह त्योहार मनाया जाता है। सबसे पहले इस व्रत को माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। वही अब महिलाएं अखंड सुहाग के लिए निर्जला व्रत रखती है। व्रत पूजन के लेकर गुरुवार को घरों में तैयारी की गई। साथ ही महिलाओं ने साज-शृंगार और पूजन सामग्री की खरीदारी की।
पहली बार व्रत रहने वाली महिलाओं और कन्याओं में ज्यादा उत्साह है। कहा जाता है की इस व्रत को रखने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की अराधना से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस अवसर पर व्रती महिलाएं भगवान शिव और पार्वती का विधिविधान से पूजन करती है।
पूजन का शुभ मुहूर्त
तीज पूजन का शुभ मुहूर्त शाम को 6:54 से लेकर रात 9:06 बजे तक है। तीज के दिन स्थिर नक्षत्र व साध्य योग रहेगा।
व्रत पूजन विधान
व्रती महिलाओं को एक पवित्र चौकी पर शुद्ध मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, रिद्धि-सिद्धि सहित गणेश, पार्वती की आकृति बनाकर पूजन करें।