कटघोरा। कटघोरा वनमंडल में 40 हाथियों का दल पिछले एक सप्ताह से डेरा जमाया हुआ है. बुधवार की रात एतमा नगर रेंज के सलिहाभाठा गांव के आश्रित गांव बोदरा पारा में हाथियों ने उत्पात मचाते हुए 25 वर्षीय चंद्रिका बाई रोहिदास को मौत के घाट उतार दिया है. उसके साथ में सो रही बहन की 8 वर्षीय बेटी मंजू रोहिदास हाथी के हमले से घायल हो गई है.
चंद्रिका बाई के पति ने बताया कि पहाड़ में डेरा जाए हाथियों का दल शाम होते ही गांव की तरफ आ जाते है. इसके बाद फसलों और घरों को नुकसान पहुंचाते हैं. अभी तक तीन से चार घरों को क्षतिग्रस्त कर चुके हैं. वन विभाग के मित्र दल किसी प्रकार की कोई मदद नहीं करते हैं. आज उसी का नतीजा है कि पत्नी की जान चली गई.
उन्होंने वन विभाग को और 112 को घटना की सूचना दी, लेकिन केवल एक पुलिस केवल मौके पर पंहुचा. वन विभाग का कोई अमला नहीं पंहुचा. वन विभाग की टीम सुबह गांव में पंहुचकर मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता के रूप 25 हजार रुपए की राशि दी है.
बता दें कि 40 हाथियों का दल पिछले एक वर्ष से केंदई और एतमा नगर वन परिक्षेत्र में अपना डेरा जमाए हुए है, जबकि वन विभाग द्वारा किसी प्रकार से उन्हें भगाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है. ग्रामीणों द्वारा सूचना देने पर भी समय पर नहीं पहुंच पाते है. बाद में वन विभाग की टीम केवल तात्कालिक सहायता राशि देकर अपना पल्ला झाड़ लेती है.