रायपुर। छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। स्वास्थ्य मंत्री की माने तो प्रदेश में फिलहाल लॉडकडाउन और नाइट कर्फ्यू की जरुरत नहीं है। प्रदेश में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा है कि जहां ज्यादा कोरोना मरीज मिल रहे हैं उसे कंटेनमेंट जोन बनाया जा सकता है। कलेक्टर इसका निर्णय लेंगे। सिंहदेव के मुताबिक मैनपाट में इस तरह की स्थिति बन रही हैं।
गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल हुए। बैठक में विभिन्न प्रदेशों में कोरोना संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों की समीक्षा की गई और निकट भविष्य में आने वाले वैक्सिन लगाने के लिए तैयारियों और कार्य योजना पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक में बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं। प्रतिदिन 23 हजार टेस्टिंग की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहले कोरोना का संक्रमण नही था। बाद में कुछ बढ़ा है। यहां मितानिनों ने कोरोना संक्रमण रोकथाम में अच्छा कार्य किया है। अस्पतालों में आक्सीजन की सुविधा वाले बेड और आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि की गई है। सभी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर की सुविधा है। टेस्टिंग के लिए चार नये लैब स्थापित किए गए हैं। माह अक्टूबर के बाद कोरोना के नये केसो में गिरावट हुई है। कोरोना के केसो में 50 प्रतिशत की कमी आई है। टेस्टिंग में कोई कमी नही की गई है। उन्होंने बताया कि माह जुलाई में प्रदेश में पाजिटीव केस 4 प्रतिशत थे, अगस्त में 8 प्रतिशत, सितम्बर में 15 प्रतिशत, अक्टूबर में 10.5 प्रतिशत, नवम्बर में 7 प्रतिशत मिले हैं। माह अक्टूबर-नवम्बर में मृत्युदर एक प्रतिशत रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरूआत में छत्तीसगढ़ के कोरोना के केस बहुत कम थे, लेकिन अन्य राज्यों से आने वालों के कारण संक्रमण बढ़ा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में आॅक्सीजन प्लॉट लगाए जाएंगे।