श्रीनगर। जम्मू-कश्मीरके सोपोर जिले का एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में हिजाब पहने हुए एक महिला सीआरपीएफ के बंकर पर पेट्रोल बम फेंकती दिख रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें महिला बैग से पेट्रोल बम निकालकर फेंकती नजर आ रही है। वीडियो में बंकर में लगी आग को बाद में सीआरपीएफ के जवाब बुझाते नजर आते हैं। इस घटना से आतंकी गतिविधियों में महिलाओं के भी शामिल होने के सबूत मिलने की बात सामने आई है। हालांकि अब तक महिला की पहचान सामने नहीं आई है। यह भी पता नहीं चल सका है कि वह किस संगठन से जुड़ी हुई है।
Advantages of Hijab .
Today a Burqa Clad woman throws a petrol bomb on CRPF camp at Sopore . #Shame . pic.twitter.com/Zn3GgOfDXN
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) March 29, 2022
जम्मू-कश्मीर में दुख्तरान-ए-मिल्लत नाम का एक एक महिला संगठन भी है, जो कश्मीर में इस्लामी कानून स्थापित करने और जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने के लिए जिहाद की वकालत करता है। इसकी स्थापना 1987 में हुई थी, और इसकी लीडर आसिया अंद्राबी है। अंद्राबी व उसकी सहयोगी फहमीदा सोफीसोपोर में हिजाब वाली आतंकी इस समय तिहाड़ जेल में हैं। सीसीटीवी फुटेज वाले वीडियो को फिल्मकार अशोक पंडित ने भी ट्वीट किया है। अशोक पंडित ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, ‘हिजाब के फायदे। आज एक बुर्काधारी महिला ने सोपोर के सीआरपीएफ कैंप में पेट्रोल बम फेंक दिया।’
एक दिन पहले ही मुठभेड़ में मारा गया था न्यूज एजेंसी का संचालक
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही श्रीनगर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों की पहचान पहचान रईस अहमद भट और बिजबेहरा के हिलाल आह राह के रूप में हुई थी। रईस अहमद वैली मीडिया सर्विस नाम से न्यूज एजेंसी चलाता था। वहीं हिलाल सी कैटेगरी का आतंकी था। महिला की ओर से पेट्रोल बम फेंके जाने के बाद हिजाब को लेकर भी बहस तेज हो गई है। हाल ही में कर्नाटक में इसे लेकर विवाद छिड़ गया था, जिस पर हाई कोर्ट ने कहा था कि स्कूलों एवं कॉलेजों में छात्राओं को यूनिफॉर्म के नियम मानने होंगे और उन्हें हिजाब पहनने की इजाजत नहीं दी जा सकती।