पाकिस्तान में हिंदू किशोरी का अपहरण कर गैंगरेप, हालत बेहद गंभीर

Chhattisgarh Crimes

इस्लामाबाद। इमरान खान के रियासत-ए-मदीना पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ जारी अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक एक 15 साल की हिंदू किशोरी के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि हथियारों से लैस हैवानों ने हिंदू लड़की का अपहरण किया और गैंगरेप करने के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया।

पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत आस्टिन के मुताबिक लड़की की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। अभी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में एक 17 साल हिंदू किशोरी ने आत्महत्या कर लिया था। परिवारवालों का कहना है कि हिंदू लड़की के साथ एक साल पहले बलात्कार हुआ था और अपराधी उसे ब्लैकमेल कर रहे थे।

परिवार वालों ने बताया कि किशोरी ने इससे परेशान होकर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या की यह घटना दलान-जो-तार की है। ग्रामीणों ने लड़की का शव कुएं से निकाला और उसका पोस्टमॉर्टम किया गया है। लड़की के पिता ने कहा, ‘पिछले साल जुलाई महीने में लड़की के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया था और इस मामले के आरोपी जमानत पर हैं।’

लड़की के पिता ने बताया कि बलात्कारी प्रभावशाली परिवार से थे और वे लड़की को ब्लैकमेल कर रहे थे तथा प्रताड़ति कर रहे थे। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों ने लड़की के साथ हैवानियत का वीडियो बना लिया था और वे उसे वायरल करने की धमकी दे रहे थे। जिले के एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की पुष्टि हुई है।

इमरान खान के ‘रियासत-ए-मदीना’ में हिंदू बच्चियों के खिलाफ रेप की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और अपराधी बेखौफ होकर धमकाने में जुटे हुए हैं। पाकिस्तान में पिछले दिनों विदेशी महिला के साथ कार से खींचकर बलात्कार की घटना के बाद इमरान ने ऐसे बलात्कारियों को सरेआम फांसी या फिर उन्हें रासायनिक बंध्याकरण करने का सुझाव दिया था।

इमरान खान ने यौन दुव्यर्वहार करने वालों का एक नैशनल रजिस्टर बनाने का आह्वान किया। पाकिस्तानी पीएम ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि बलात्कारियों के तत्काल रासायनिक बंध्याकरण करने की जरूरत है। अगर ऐसा न हो तो कम से कम बलात्कारियों का जबरन सर्जरी कराया जाए ताकि वे भविष्य में दोबारा यौन अपराध न कर सकें।

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