यूरिक एसिड से चटकने लगे हैं जॉइंट्स तो इन दाल को खाना करें तुरंत बंद; वरना उठना-बैठना हो जाएगा दुश्वार

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शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया की समस्या बहुत बढ़ जाती है। यूरिक एसिड बढ़ें के खानपान बेहद अहम रोल निभाते हैं। ऐसे में आपको अपनी डाइट पर ख़ास ध्यान देना चाहिए। खाकसार दाल तो आपको बेहद सोच समझकर कहाँ चाहिए। दरअसल, ज़्यादातर दाल में प्रोटीन और प्यूरिन होता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए किसी ज़हर से कम नहीं है। खाने में प्यूरिन से भरपूर चीजें शामिल करने से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। इसलिए अपनी डाइट से इन कुछ दाल को तुरंत बाहर का रास्ता दिखाएं। इन्हें डाइट से बाहर कर आप यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।

इन दाल को खाने से करें परहेज

काली उड़द दाल: काली उड़द की दाल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन बी-6, आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह हमारे हार्ट के साथ साथ हमारे नर्वस सिस्टम तक के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन यूरिक एसिड के पीड़ितों को इस दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो यूरिक एसिड के पीड़ितों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

मसूर दाल: मसूर दाल में भरपूर मात्रा में डाइटरी फाइबर पाया जाता है जिससे वजन आसानी से कम किया जा सकता है और हड्डियां भी मजबूत होती है। मसूर की दाल डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी है। लेकिन अगर आप यूरिक एसिड से पीड़ित हैं तो भूलकर भी इस दाल को न खाएं। इस दाल में काफी मात्रा में प्यूरिन पाया जाता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।

राजमा: उड़द और मसूर दाल की तरह यूरिक एसिड के अमरीज़ों को राजमा भी नहीं खाना चाहिए। इसमें भी भरपूर मात्रा में प्यूरीन और प्रोटीन पाया जाता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बेहद हानिकारक है। अगर आपका यूरिक एसिड भी ज़्यादा है तो राजमा भूलकर भी न खाएं।

चना दाल: चने की दाल में मौजूद जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन शरीर की कमजोरी को दूर करते हैं और हड्डियों को भी मजबूत बनाते हैं। लेकिन अगर आप यूरिक एसिड के मरीज हैं तो यह दाल आपके लिए जहर समान है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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