रायपुर। राजधानी के निजी अस्पतालों से लगातार इस बात की शिकायत मिल रही है कि कोरोना मरीजों से इलाज के दौरान उनसे ज्यादा फीस ली जा रही है। अस्पतालों के बिल बेहद बढ़ा-चढ़ाकर बनाए जा रहे हैं।
रविवार को अफसरों और निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ हुई बैठक में भी यह मामला जोर-शोर से उठा। इसके बाद ही कलेक्टर ने अब एक नया विशेष नंबर जारी कर दिया है। इस नंबर पर कोरोना मरीज या उसके घरवाले नियमों के खिलाफ काम करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सीधी शिकायत कर सकते हैं। इस नंबर पर आए शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान किसी भी तरह की शिकायत करने के लिए नया विशेष नंबर 86022 70023 जारी किया गया है। इसे 24 घंटे चलने वाले कंट्रोल रूम से भी जोड़ दिया गया है।
अस्पतालों में इलाज के दौरान ज्यादा रकम लेने, बिना रुपयों के डेड बॉडी नहीं देने, एंबुलेंस या किसी भी तरह की सुविधाओं के लिए ज्यादा रकम लेने पर लोग शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने निजी अस्पतालों के संचालकों से दो टूक कहा है कि वे सरकारी योजनाओं के तहत कोरोना मरीजों का इलाज करें। बिना वजह मरीजों को बाहर से दवाइयां न मंगाई जाए। खासतौर पर रेमडेसिवीर। प्रशासन की ओर से अस्पतालों को सीधे इस इंजेक्शन की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में कोई अस्पताल पर्ची लिखकर बाहर से इन इंजेक्शनों को नहीं मंगाए।
केयर सेंटरों की कैमरे से निगरानी
राजधानी में अभी एम्स और मेडिकल कॉलेज के साथ 14 शासकीय कोविड सेंटरों में कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। किसी भी कोविड केयर सेंटर में कोई अव्यवस्था तो नहीं हो रही, मरीजों को तय समय में सुविधाएं मिल रही है या नहीं, दवाइयों की कोई कमी तो नहीं है और कहीं कोई हंगामा तो नहीं हो रहा है इस तरह की सभी जानकारी अफसरों को अब सीसीटीवी कैमरों से हो रही है।