छत्तीसगढ़ में सब इंस्पेक्टर भर्ती के अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतरकर मांगी भीख

अगस्त 2018 में निकली थी 655 पदों के लिए वैकेंसी, आज तक नहीं पूरी हो सकी भर्ती प्रक्रिया

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार पर युवाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सोमवार 19 जुलाई को राजधानी रायपुर में सब इंस्पेक्टर भर्ती के अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतरकर भीख मांगी।

अभ्यर्थियों का कहना है कि वक्त पर भर्ती हो जाती तो कंधों पर दो सितारे होते। कानून व्यवस्था संभालने का जिम्मा होता, लेकिन अब रायपुर की सड़क पर लोगों के सामने हाथ फैला रहे हैं। सब इंस्पेक्टर भर्ती के अभ्यर्थी अगस्त 2018 की भर्ती प्रक्रिया रुकी होने की वजह से नाराज हैं। भीख मांग कर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। युवकों ने ये भी कहा कि भीख में मिले रुपयों को सरकार को भेजेंगे, जिससे रुकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सके और उन्हें रोजगार मिले। सब इंस्पेक्टर भर्ती के नाराज अभ्यर्थी सोमवार को रायपुर के घड़ी चौक पर जमा हुए। अभिषेक चौबे ने बताया कि 23 अगस्त 2018 को 655 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। इसके सापेक्ष 1 लाख 27 हजार 402 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।

आवेदन करने के बाद से ही पुलिस भर्ती रुकी है। इसकी तैयारी के लिए बहुत से युवकों ने पुरानी नौकरी छोड़ दी। फिजिकल फिटनेस बनाने और रिटर्न एग्जाम की तैयारी करने लगे। आलम ये है कि कई लड़कियों की शादी हो गई, बच्चे हो गए, पर भर्ती नहीं हो सकी। अब आस में लड़कियां मैदान में सेल्फ ट्रेनिंग करती हैं। कई युवकों की उम्र बढ़ रही है। आर्थिक रूप से भी कई परिवार परेशानी झेल रहे हैं। भर्ती के विज्ञापन में सूबेदार, सब इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर जैसे अलग-अलग पदों पर भर्ती निकाली गई थी। इसके लिए 1 लाख 27 हजार से ज्यादा युवकों ने आवेदन किया था। कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव होने की वजह से प्रक्रिया अटक गई। फिर सरकार बदली तो भर्ती पर रोक लगा दी गई। अगस्त 2021 में इस भर्ती के आवेदन जमा किए तीन साल हो जाएंगे।

पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों ने बताया कि सरकार के हर छोटे-बड़े मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। मगर कोई इनकी जायज मांग की तरफ ध्यान नहीं देता। मुलाकात मुश्किल से हो भी जाए तो मंत्री बस यही कहते हैं देखते हैं…करते हैं। ये पहली ऐसी भर्ती है, जो बिना किसी वाजिब कारण के रोक दी गई है। ऐसा भी नहीं है कि इस भर्ती से कोई विवाद जुड़ा हो या कोई शिकायत हाईकोर्ट में हुई जो जैसा कि कई भर्ती प्रकरणों में होता है। सभी अभ्यर्थी अब आश्वासन नहीं जल्द से जल्द भर्ती चाहते हैं।

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