घबराने की जगह अलर्ट रहना ज्यादा जरूरी, तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन

कोरोना से बिगड़े हालात पर प्रधानमंत्री मोदी ने आगाह किया

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई इस मीटिंग में पीएम ने मुख्यमंत्रियों से देश में कोरोना वायरस के कारण तेजी से बिगड़ रहे हालात और तैयारियों पर बात की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पुराने सभी वैरिएंट्स के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है। यह अब तक संभावना से भी ज्यादा संक्रामक साबित हुआ है। हेल्थ एक्सपर्ट्स हालात का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यह स्पष्ट है कि हम सभी को ज्यादा सतर्क रहना होगा, लेकिन यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जनता में पैनिक का माहौल न बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर आयोजित वर्चुअल बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां अपने निवास कार्यालय से शामिल हुए। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ.आलोक शुक्ला, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी उपस्थित थीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सौ साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे साल में प्रवेश कर चुकी है। मेहनत हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प है। हम 130 करोड़ भारतीय अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर जरूर निकलेंगे। आॅमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है। पिछले वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन तेजी से फैल रहा है। ये अधिक ट्रांसमिसिबल है। हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थिति का आंकलन कर रहे हैं। स्पष्ट है कि हमें सतर्क रहना है। आज भारत लगभग 92% वयस्क जनसंख्या को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दे चुका है। देश दूसरी डोज की कवरेज में भी 70% के आसपास पहुंच चुका है। 10 दिन के अंदर ही भारत ने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर दिया है।

आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है। फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को प्रिकॉशन डोज जितनी जल्द लगेगी उतना ही हमारे हेल्थ केयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज करना है। ओमिक्रॉन से लड़ने के अलावा, हमें इस वायरस के भविष्य के किसी भी वैरिएंट के लिए भी तैयार रहने की जरूरत है। घर में बने आयुर्वेदिक, पारंपरिक उपाय भी मददगार होंगे। कोविड स्ट्रैटेजी बनाते समय इकोनॉमी और आम लोगों की आजीविका की रक्षा करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी मीटिंग की थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई इस मीटिंग में पीएम मोदी ने बच्चों के वैक्सीन ड्राइव को तेज करने के लिए कहा था। मोदी ने निर्देश दिया था कि जिन राज्यों में कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं उन राज्यों को टेक्निकल सपोर्ट दिया जाए।

देश में चार दिन में दोगुने हो चुके हैं एक्टिव केस

देश में पिछले चार दिन के दौरान एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर दोगुनी से ज्यदा हो गई है। फिलहाल देश में 11 लाख से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। अकेले बुधवार को 2.47 लाख नए कोरोना संक्रमित मिले, जो मंगलवार को मिले 1.93 लाख नए केस से करीब 25% ज्यादा थे।
यह तीसरी लहर में 24 घंटे के दौरान 2 लाख से ज्यादा केस मिलने और कुल एक्टिव केस 10 लाख के पार पहुंचने का पहला मौका है। कुल एक्टिव केस ने 6 जनवरी को 1 लाख और 8 जनवरी को 5 लाख का आंकड़ा छुआ था। इस लिहाज से महज चार दिन में दोगुने से ज्यादा एक्टिव केस बढ़ गए हैं। अकेले बुधवार को ही 1 लाख 60 हजार 667 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फिलहाल देश में 11.09 लाख कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

देश में 8 राज्यों का पॉजिटिविटी रेट है चिंताजनक

इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को कहा था कि तीसरी लहर में 8 राज्य परेशानी का सबब बने हुए हैं, जहां कोविड पॉजिटिविटी रेट हाई है। ये राज्य महाराष्ट्र, बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल और गुजरात हैं। इनमें सबसे ज्यादा 32.18% पॉजिटिविटी रेट बंगाल में है। इसके बाद दिल्ली में 23.1% और महाराष्ट्र में ये दर 22.39% है। चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में 5.71% पॉजिटिविटी रेट है। देश के करीब 300 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी रेट 5% से ज्यादा है।

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