रायपुर। रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी को गाली देने के बाद देशभर में बहस की वजह बने महाराष्ट्र के संत कालीचरण का नया बयान सामने आया है। उन्होंने कहा गांधी को अपशब्द कहने के लिए मुझ पर FIR हुई है, मुझे उसका कोई पश्चाताप नहीं है। मैं गांधी से नफरत करता हूं, मेरे हृदय में गांधी के प्रति तिरस्कार है। अपने ताजा बयान में कालीचरण ने गोडसे को महात्मा बताते हुए कहा कि मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है।
FIR के बाद कालीचरण का चैलेंज
कहा- गांधी को गाली दी अफसोस नहीं, मृत्युदंड भी स्वीकार , गोडसे को मेरा साष्टांग प्रणाम
रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी के लिए मंच से अपशब्द का प्रयोग कर कालीचरण हो गए थे फ़रार। @vinodkapri @ranvijaylive @rohini_sgh @ajitanjum @sakshijoshii pic.twitter.com/Jz9afJy9IZ— Somesh Patel (@Someshpatel00) December 28, 2021
रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी के लिए मंच से अपशब्द का प्रयोग कर कालीचरण फरार हो गए थे। सोमवार की आधी रात कालीचरण ने इस पूरे मामले को लेकर अपना पक्ष रखते हुए एक वीडियो जारी किया। फिर से लगभग वैसी ही बातों को दोहराया जिसकी वजह से उन पर केस दर्ज किया गया है।
कालीचरण ने गांधी पर भगत सिंह, राजगुरु की फांसी न रुकवाने का आरोप लगाया
उन्होंने कहा है कि गांधी की वजह से ही सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रधानमंत्री नहीं बने। अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बनते तो आज भारत अमेरिका से बड़ी पावर बन सकता था। कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद को बढ़ावा देने, भगत सिंह, राजगुरु की फांसी न रुकवाने, जैसे आरोप लगाए।
वीडियो में कालीचरण ने कहा है कि कोई राष्ट्र का पिता नहीं हो सकता। राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए जिन्होंने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया। गांधी को देश का बंटवारा करने का जिम्मेदार बताया।