कवासी लखमा ने नाला पार कर ग्रामीण का चुकाया उधार, 30 साल पहले खरीदे गए बैल का पैसा था बकाया

Chhattisgarh Crimes

सुकमा। 30 साल पहले प्रभारी मंत्री ने एक ग्रामीण से उधार में बैला लिए थे, उसके कर्ज को उतारने के लिए सात किलो मीटर बाइक और नाला पारकर पैदल उसके घर पहुंचे और उसके बकाए तीन हजार रुपये वापस किए। प्रभारी मंत्री ने बताया कि 30 साल पहले जब बैला धंधा करता था तो उस समय इस गांव के सोढ़ी देवा के पिता से एक बैला ले गया था उस समय मेरे पास तीन हजार रुपये थे और बाकी तीन हजार उधार में थे।

उसके बाद मैने चुनाव लड़ा और बैला काम बंद कर दिया, लेकिन मेरे से ना तो कभी पैसे मांगे और ना ही मुझे याद था। लेकिन आज जब गांव पहुंचा और सोढ़ी देवा ने याद दिलाया तो मै बचे हुए तीन हजार दे रहा हूं और कर्ज मुक्त हुआ हूं।

रविवार को मंत्री कवासी लखमा कांकेरलंका पहुंचे जहां से बाइक पर सवार होकर वेे 7 किमी. दूर स्थित कोर्रापाड़ पहुंचे, लेकिन इस बीच उन्हे पैदल छोटा सा नाला पार करना पड़ा और कड़ी मशक्कत के बाद गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। पारंपरिक ढोल के साथ नृत्य किया, जिसमें मंत्री कवासी लखमा खुद शामिल हुए। उन्हांेने कहा कि हमने चुनाव से पहले जो वादे किए उसे पूरा किया।

आज आदिवासियों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, धान का समर्थन मूल्य मिल रहा है। वनोपज का समर्थन मूल्य मिल रहा है, साथ ही तेंदुपत्ता का पैसा समय पर मिल रहा है। जिससे आप लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। पहले स्कूले बंद थी और राशन के लिए मीलों पैदल जाना पड़ता था। लेकिन हमारी सरकार बनते ही गांव-गांव में बंद स्कूलों को फिर से खोला गया, जिसमें हजारों आदिवासी बच्चे अपना बेहतर भविष्य बना रहे है।

गांव में या फिर आसपास राशन दुकाने खुल गई जिसके चलते आप लोगांे को नजदीक राशन मिल रहा है। हमारी सरकार सुरक्षा, विश्वास और विकास को लेकर काम कर रही है। चुनाव होने वाले है, जैसा पहले मेरा साथ दिया ठीक उसी तरह आगे भी साथ दें। वहीं पेड़ के नीचे चैपाल लगाई और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। उससे पहले सर्व उरांव समाज का जिला मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन था जिसमे उन्होने भाग लिया। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

नक्सल प्रभावित गांव कोर्रापाड़, तोंगगुड़ा, पुनपल्ली, नेलगुड़ा पहुंचे मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि पिछले पांच सालांे में जिले के अधिकांश गांव को सड़कों से जोड़ दिया गया है। कुछ गांवांे में अब भी सड़कें नहीं बन पाई है, लेकिन आने वाले समय में उन गांवों को भी जोड़ दिया जाएगा। हर गांव हर घर में शुद्ध पेयजल व बिजली लगेगी धीरे-धीरे विकास हो रहा है और आप लोगों का साथ रहा तो आने वाले पांच सालों में ऐसा कोई गांव नहीं होगा जहां बिजली, पानी व सड़क नहीं बनेगी। इसलिए विकास और सुरक्षा व विश्वास के लिए आप मुझे सहयोग करें।

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