मानसून के आते ही मार्केट में तरह-तरह की ताजी-हरी सब्जियां आ जाती हैं। इन्हीं में से एक है ककोरा। इसे खेखसी, कंटोला, ककोड़े, मीठा करेला, केकरोल, कोरोला, करटोली आदि नामों से भी जाना जाता है। यह सब्जी करेला प्रजाति की है, लेकिन ये करेले जैसी कड़वी नहीं होती है। यह एक औषधीय सब्जी है, जिसके सेहत पर कई लाभ होते हैं।
ककोरा में मौजूद पोषक तत्व
ककोरा को स्थानीय भाषा में कंटोला भी कहते हैं। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों में कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने की क्षमता होती है। कंटोला में काबोर्हाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, फाइबर, बहुत से खनिज पाए जाते हैं। इसके अलावा ककोरा में एस्कॉर्बिक एसिड, कैरोटीन, थियामिन, रिबोफ्लेविन और नियासिन जैसे आवश्यक विटामिनों की कम मात्रा उपस्थित रहती है। इन सभी पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण यह हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
रक्त प्रवाह की समस्याओं को करे दूर
ककोरा का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से रक्त प्रवाह में आने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है। रक्त प्रवाह में आने वाली समस्याएं दिल की बीमारी से जुड़ी होती हैं। दिल से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए ककोरा जरूर खाएंफायदेमंद होता है।
डायबिटीज रखे कंट्रोल में
बरसाती मौसम में मिलने वाली यह सब्जी डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। ककोरा का नियमित सेवन करने से मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद फाइटो-पोषक तत्व, पॉलीपेप्टाइड-पी शरीर में मौजूद अतिरिक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
आंखें रहें स्वस्थ
आंखों को स्वस्थ्य रखने के लिए भी ककोरा फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है। विटामिन ए आपकी आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है। इसे आहार में शामिल करके अपनी द्रष्टि में सुधार कर सकते हैं। आंखों से संबंधित अन्य समस्याओं को दूर करने में भी यह मदद करता है।
गर्भवती महिलाएं जरूर खाएं
गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं में तंत्रिका ट्यूब दोष भी शामिल है। ककोरा के ताजे फलों में विटामिन बीसी की अच्छी मात्रा होती है, जो कोशिका विकास और प्रजनन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इन दिनों इसका नियमित सेवन करने से तंत्रिका दोष के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
कैंसर से बचाए
हमारे शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री रेडिकल्स की मौजूदगी के कारण कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। स्पाइनी गोरड के ताजा गहरे हरे रंग वाले फलों में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है जो हमारे शरीर के लिए एंटीआॅक्सीडेंट का काम करते हैं। विटामिन सी और एंटीआॅक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होने के कारण यह फ्री रेडिकल्स को नष्ट करने में मदद करता है और कैंसर की संभावनाओं को रोकता है।
बुखार
बुखार के लिए ककोरा का सेवन फायदेमंद है ही साथ ही आप इसकी पत्तियों का भी उपयोग कर सकते हैं। बुखार दूर करने के लिए इसकी पत्तियों को पानी में उबालें। इस मिश्रण को ठंडा करने के बाद इसमें 1 बड़ा चम्मच शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। इससे बुखार कम हो जाएगा।
पथरी के लिए है बेहतर
गुर्दे (किडनी) में स्टोन की समस्या अधिकांश लोगों को होती है, लेकिन यदि ककोरा या कंटोला के बीज या कंटोला का नियमित सेवन करें तो पथरी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। 10 ग्राम कंटोला के पाउडर को 1 गिलास दूध में मिलाकर नियमित सेवन करने से लाभ हो सकता है। कंटोला के औषधीय गुण मूत्राशय के पत्थरों को हटाने में मदद करते हैं।
बवासीर
बवासीर की समस्या से परेशान हैं, तो इसके पाउडर का उपयोग करें। आप इसके लिए 5 ग्राम कंटोला पाउडर और शक्कर के मिश्रण का नियमित रूप से दिन में दो बार सेवन करें। यह आपकी समस्या का उपचार करने के लिए दवा का काम करता है।