कोंडागांव जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का 12वां चरण 24 जुलाई 2025 तक चलेगा

कोंडागांव जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का 12वां चरण 25 जून से 24 जुलाई 2025 तक चलेगा। जिले के सभी पांच विकासखंडों में मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है। साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी हो रहा है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. चतुर्वेदी और जिला नोडल अधिकारी डॉ. सोनल ध्रुव के मार्गदर्शन में अभियान चल रहा है। जिला सलाहकार इमरान खान के अनुसार, चरणबद्ध सर्वे से मलेरिया के मामलों में कमी आई है। मितानिन और स्वास्थ्यकर्मी लगातार जनजागरूकता फैला रहे हैं।

कूलर के पानी की नियमित सफाई की सलाह

अभियान में दीवार लेखन, स्कूली बच्चों की रैलियां और ग्रामीणों की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। जलजमाव की निकासी और आसपास की सफाई पर जोर दिया जा रहा है। लोगों को कूलर के पानी की नियमित सफाई की सलाह दी जा रही है। सीमेंट टंकी, प्लास्टिक ड्रम और मिट्टी के बर्तनों की जांच कर उन्हें खाली करवाया जा रहा है।

मलेरिया से बचाव के लिए नीम-नीलगिरी धुएं की सलाह

ग्रामीणों को शाम के समय नीम-नीलगिरी की पत्तियों का धुआं करने की सलाह दी जा रही है। सोते समय मच्छरदानी के उपयोग पर बल दिया जा रहा है। तेज बुखार, ठंड, उल्टी और बदन दर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत मितानिन से संपर्क करने को कहा जा रहा है।

जून को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है। सर्वे में पॉजिटिव पाए गए मरीजों का तत्काल इलाज शुरू किया जा रहा है। सिरहा-गुनिया जैसे पारंपरिक जनप्रतिनिधियों को भी अभियान से जोड़ा गया है। स्वास्थ्य विभाग और मितानिनों के प्रयासों से अब ग्रामीण मलेरिया के लक्षण पहचानकर समय पर इलाज करवा रहे हैं।