छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 26 जून गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे एक अद्भुत नजारा देखने को मिला

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 26 जून गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। शहर की बस्तियों, कॉलोनियों और मैदानों में हजारों तितलियां एक साथ उड़ती हुई दिखाई दीं। लोग इस अनूठे दृश्य को देखने घरों से बाहर निकल आए और मोबाइल में वीडियो बनाने लगे।

वन्यजीव बोर्ड के सदस्य और तितली विशेषज्ञ गौरव नेहलानी ने इस घटना के पीछे के वैज्ञानिक कारणों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानसून के आगमन से वनस्पतियों में वृद्धि होती है। यह तितलियों के लिए भोजन और आश्रय का स्रोत बनती है। ये लाइम बटरफ्लाई की प्रजाति है।

इस प्रजाति की है तितलियां

लाइम स्वालोटेल और एमिग्रेंट तितलियां मानसूनी पौधों पर निर्भर रहती हैं। बारिश के बाद बढ़ी आर्द्रता तितलियों के अंडे, कैटरपिलर और प्यूपा के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाती है। इससे तितलियों की संख्या में तेजी से बढ़ती है।

बड़े झुंडों में यात्रा करती है

कुछ तितली प्रजातियां प्रवासी होती हैं। वे मानसून के आस-पास बड़े झुंडों में यात्रा करती हैं। मानसून में जंगली फूलों की वृद्धि से नेक्टर की उपलब्धता बढ़ जाती है। गर्मियों में सुप्त रहने वाले प्यूपा पहली बारिश के साथ एक साथ सक्रिय हो जाते हैं। इससे एक ही समय पर बड़ी संख्या में तितलियां दिखाई देती हैं।

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