कृष्णा ने पैरालंपिक का आखिरी दिन बनाया खास, बैडमिंटन में जीता गोल्ड

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टोक्यो। टोक्यो में रविवार को आखिरी दिन बैडमिंटन में दूसरा गोल्ड मेडल मिला। SH-6 कैटेगरी में कृष्णा ने भारत को पांचवा गोल्ड दिलाया। उन्होंने फाइनल में हांगकांग के चू मान केई को हराया। इससे पहले टोक्यो पैरालिंपिक के आखिरी दिन भारत को एक और सिल्वर मेडल मिला है। बैडमिंटन में नोएडा के डीएम सुहास यथिराज फाइनल मुकाबले में फ्रांस के खिलाड़ी लुकास मजूर से हार गए, लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया।

मुकाबला 3 सेट तक चला। सुहास ने पहला गेम 21-15 से जीता और इसके बाद दोनों गेम वो कड़े मुकाबले में हार गए। लुकास मजूर ने आखिरी दोनों गेम 21-15, 17-21 से जीता। इस पैरालिंपिक में बैडमिंटन में ये भारत का तीसरा मेडल है। सुहास ने यह मेडल एसएल-4 कैटगिरी में जीता है। एसएल-4 में वे पैरा एथलीट शामिल होते हैं, जिन्हें चलने-दौड़ने में थोड़ी परेशानी होती है।

पीएम ने दी बधाई

प्रधानमंत्री ने डीएम सुहास के जीत को खेल और प्रशासन का बेहतर मेल बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा आपने अपने खेल से सबका दिल जीत लिया। सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई।

यूपी के सीएम ने दी बधाई

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुहास के सिल्वर जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपने मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। आपकी यह उपलब्धि देश के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

2007 में बने IAS अधिकारी

सुहास ने भले ही बेंगलुरू में नौकरी शुरू कर ली हो, लेकिन बार-बार उनके दिल में यही मलाल रहा कि उन्होंने अपने जीवन में समाज के लिए कुछ नहीं किया तो क्या फायदा। साल 2007 में सुहास UP कैडर से IAS अधिकारी बने।

ड्यूटी के बाद समय निकालकर खेला बैडमिंटन

UPSC परीक्षा पास करने के बाद उनकी पोस्टिंग आगरा में हुई। अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद सुहास टाइम निकालकर बैडमिंडन खेलने जाया करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने प्रोफेशनल तरीके से बैडमिंटन खेलना शुरू किया।

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