ग्रामीणों के लम्बे संघर्ष के बाद सरकार द्वारा पक्की सड़क तो बना दिया गया पर नाला पर पुलिया का निर्माण नहीं किए जाने से ग्रामीणों की समस्या खासतौर पर बारिश के दिनों में ज्यों के त्यों बनी हुई है। किस तरह ग्रामीण नाला पर पुलिया नहीं बनने से जद्दोजहद करते है पढ़िए हमारे रिपोर्टर पूरन मेश्राम की रिपोर्ट..।
छत्तीसगढ क्राइम्स/मैनपुर। विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी में बसा राजापडा़व क्षेत्र का इलाका मोंगराडीह गांव से बरगाँव तक दूरी लगभग 3 किलोमीटर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 2018 में 68.92लाख से भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के वित्तीय सहायता से डामरी कृत पक्की सड़क का निर्माण तो किया गया लेकिन बरगांव नाला में पुलिया के निर्माण नहीं होने के कारण आज भी क्षेत्र के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में भयंकर परेशानी होती है। पक्की सड़क निर्माण के समय क्षेत्र के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में होने वाली परेशानियों से अब निजात मिलेगी ऐसी मंशा थी। लेकिन पुलिया के निर्माण नहीं होने से क्षेत्र के ग्रामीणो मे मायूसी देखी जा रही है।
खास करके बरसात के दिनों में नाला के ऊपर पानी के तेज बहाव होने से सप्ताह भर तक भी लोगों को घर में ही रहना पड़ता है। अति आवश्यक दैनिक खाद्यान्न सामग्रियों के लिए भी ग्रामीणों को भटकना पड़ता है। प्रसव पीड़ा से ब्याकुल माताओं को खाट के सहारे बडी़ मुश्किलो से नाला पार कराते हुए अस्पताल ले जाना मजबूरी है। इस नाला मे पुलिया नही होने से बरसात के दिनों मे ग्रामीणों को घंटों खड़े होकर पानी कम होने का इंतजार करना पड़ता है। जनधन की हानि होते हुए भी देखी गई है।
ग्राम पंचायत कोकड़ी के पूर्व सरपंच सखा राम मरकाम के नेतृत्व में जिलाधीश गरियाबंद को पुलिया निर्माण कराने के संबंध में ज्ञापन दिया जा चुका है। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नही हो पाई है। किसानों की उपज को ले जाने में भी परेशानी होती है।
ग्राम पंचायत कोकड़ी के सरपंच श्रीमती कृष्णा बाई मंडावी, सरपंच प्रतिनिधि दैनिक राम मंडावी,उपसरपंच बिसरु राम मरकाम, पूरन नेताम,हरिराम मरकाम,रमेश मरकाम सहित क्षेत्र के मुखियाओ ने बरगांव नाला में पुलिया निर्माण कराने की मांग शासन प्रशासन से किया है।