रायपुर में 22 सितंबर से लगाया जा सकता है लॉकडाउन

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण और संक्रमित मरीजों के मौत के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हो रहा है। रोजाना अलग-अलग जिलों से हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, राजधानी रायपुर में भी हालात खराब होते नजर आ रहा है। हालात को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में लॉक डाउन लगा दिया गया है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि 22 सितंबर से रायपुर में लॉकडाउन लगाया जा सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश की राजधानी रायपुर में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए 22 सितंबर से 1 हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगया जा सकता है। हालांकि मंत्री रविंद्र चौबे ने आज ही मिडिया से बात करते हुए कहा था कि रायपुर में पूर्णत: लॉकडाउन का प्रस्ताव न विचाराधीन, न चर्चा में है। लेकिन प्रभावित इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कोरोना को लेकर रोजाना सीएम भूपेश बघेल रिपोर्ट ले रहे हैं। आने वाले दिनों में रायपुर में स्थिति नियंत्रित हो जाएगी।

बता दें कि राजधानी रायपुर से कल भी 1109 नए मामले सामने आए थे। इसके साथ ही रायपुर में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 25447 हो गई है। वहीं, पूरे प्रदेश में अब तक 77775 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें से 41111 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं और 628 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 36036 मरीजों का उपचार जारी है।

बालोद जिले 22 से 30 तक रहेगा लॉकडाउन

छत्तीसगढ़ में कोरोना की बढ़ती तेज रफ्तार ने लोगों को खौफ से भर दिया है। ना तो प्रदेश में मरीजों की रफ्तार कम हो रही है और ना ही मौत की संख्या कम हो रही है। इसी कड़ी में प्रदेश में एक के बाद एक कई शहर लॉकडाउन हो रहे हैं। दुर्ग के लॉकडाउन के फैसले के बाद एक और बालोद शहर अब लॉकडाउन हो रहा है। बालोद कलेक्टर ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। बालोद में 22 सितंबर से लॉकडाउन लगने जा रहा है। एक सप्ताह यानि 30 सितंबर तक बालोद जिले का शहरी इलाका लॉकडाउन रहेगा। इससे पहले राजनांदगांव, बेमेतरा, मुंगेली, दुर्ग में लॉकडाउन का आदेश जिला प्रशासन की तरफ जारी किया जा चुका है। इस लॉकडाउन के आदेश से केंद्र और राज्य सरकार सभी शासकीय, अर्धशासकीय व निजी कार्यालयों को मुक्त रखा गया है। हालांकि सभी शैक्षणिक संस्थान, कोचिंग व ट्यूशन क्लास को बंद कर दिया जायेगा। धार्मिक स्थलों में पूजा पूर्व की भांति होती रहेगी, लेकिन कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। वहीं टैक्सी, आटो, ई रिक्शा, परिवहन सेवाएं पूरी तरह से बाधित रहेगी। अंतर्जिला व अंतर्राज्यीय बस सेवा जारी रहेगी। सिर्फ अतिआवश्यक सेवाओं की दुकानों को खोला जायेगा, दुकानदारों को नियमों का पालन करना जरूरी होगा। किराना दुकान बंद रहेंगे, हालांकि होम डिलीवरी की सुविधा दे सकेंगे।