गरियाबंद। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में शुमार, प्राकृतिक सुंदरता से पूरा इलाका अपनी अलौकिक सुंदरता बिखेर रहा है। पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है।
इलाके के प्रमुख पर्यटन स्थल जतमई धाम में लाकडाउन हटने ही बेतहासा भीड़ देखने को मिल रहा था, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया था। कोरोना के प्रकोप से जतमई इलाका भी अछूता नहीं है। प्रदेश के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं।
इस आपदा को नियमंत्रण में करने हेतु कोरोना महामारी को लेकर मां जतमई सेवा समिति द्वारा रविवार को आपात कालीन बैठक रखा गया। जिस पर कोरोना जैसे महामारी को लेकर मंदिर प्रशासन द्वारा चर्चा किया गया साथ ही आगामी एक माह तक मंदिर को बंद रखने का निर्णय मंदिर समिति द्वारा लिया गया है। समिति द्वारा झरना पर नहाने पर पहले ही रोक लगा दिया गया है।
जतमई मंदिर समिति के अध्यक्ष शिवदयाल धु्रव, संरक्षक सूरज मिश्रा, राघोबा महाड़िक, राजीक दीवान, सचिव नारायण साहू, सह सचिव भोजराम सिन्हा, कोषाध्यक्ष भूपेन्द्र साहू, धीरपाल साहू, रामचरण साहू, रघुराज ठाकुर, दुलारी बाई धु्रव-सरपंच गायडबरी, कार्तिक साहू, गिरधर धु्रव, बिसहत धु्रव, भगोली ठाकुर सहित सभी सदस्यों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते जतमई मंदिर एवं आसपास के क्षेत्रों को पूर्णत: बंद रखा गया है।